नई दिल्ली: महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट के बीच नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात कर जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है. सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि राज्यपाल ने महाराष्ट्र में विशेष सत्र बुलाकर फ्लोर टेस्ट कराने पर विचार कर रहे हैं. हालांकि अब तक ये साफ नहीं हुआ है कि महाराष्ट्र में कब फ्लोर टेस्ट होगा.
महाराष्ट्र में कब होगा फ्लोर टेस्ट
महाराष्ट्र में कब फ्लोर टेस्ट होगा. सूत्रों के मुताबिक खबर है कि 8 निर्दलीय विधायकों ने बहुमत परीक्षण की मांग की है. जिसके बाद अब इस बात का इंतजार है कि राज्यपाल कब महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र बुलाते हैं और फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश देते हैं.
We've given a letter to Mahrashtra Gov & told him that the 39 Shiv Sena MLAs are saying that they don't want to be with NCP,Cong govt; it shows MVA govt has lost the majority. We've requested Gov to direct CM to immediately prove his majority through Floor test: Devendra Fadnavis pic.twitter.com/AfeRr9HjVI
— ANI (@ANI) June 28, 2022
बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिले. दिल्ली से लौटने के बाद फडणवीस ने भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. आपको बता दें कि फडणवीस ने आज दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी.
राज्यपाल नियुक्त करेंगे प्रोटेम स्पीकर
सूत्रों के मुताबिक- फ्लोर टेस्ट के लिए राज्यपाल प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति कर सकते हैं. लेकिन फ्लोर टेस्ट से पहले उद्धव सरकार झुकने के मूड में नहीं है. मुंबई में एक रैली के दौरान संजय राउत ने फिल्म पुष्पा के स्टाइल की कॉपी की. उन्होंने पुष्पा के अंदाज़ में कहा - झुकेंगे नहीं.
सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार बनाने का फॉर्मूला तैयार हो चुका है. देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री और शिवसेना के बागी गुट की अगुवाई कर रहे एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री का पद ऑफर किया गया है. देवेंद्र फडणवीस आज मुंबई से दिल्ली पहुंचे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की.
राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट के आदेश दिए
राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट के आदेश दिए, वहीं बागी विधायकों को एक तरफ सुभाष देसाई और संजय राउत जैसे नेता लगातार धमका रहे हैं, वहीं उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर बागियों से भावुक अपील की है. उद्धव ठाकरे ने बतौर मंत्री एकनाथ शिंदे के फैसलों से जुड़ी फाइल मंगवाई है.
मुंबई से गुवाहाटी तक महाराष्ट्र की सियासत कब क्या करवट बदलेगी, इस पर पूरे देश की नजर है. फिर भी जो कुछ आंखों के सामने दिख रहा है, उससे आठ दिन बाद भी महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट के खत्म होने का रास्ता समझ में नहीं आ रहा.
गुवाहाटी के होटल में डटे शिवसेना के बागी विधायकों ने साफ कर दिया है कि वो महा विकास आघाड़ी की सरकार नहीं चलने देंगे. इसका मतलब यही है कि एकनाथ शिंदे गुट बीजेपी के साथ सरकार बनाना चाहता है, लेकिन उसका तरीका क्या होगा और मुहूर्त कब होगा, ये पत्ते खोलने के लिए शिंदे भी तैयार नहीं हैं.
एकनाथ शिंदे ने सियासी जंग पर क्या कहा?
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने कहा है कि हम लोग बाला साहेब के रास्ते पर चल रहे हैं. हम लोग अभी भी शिवसेना में हैं. हिंदुत्व के मुद्दे को आगे लेकर जा रहे हैं. हम अपने अगले स्टेप के बारे में जल्द ही जानकारी देंगे.
एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने की खिचड़ी बीजेपी भी पका रही है. ऐसी चर्चा आम है, लेकिन पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के घर बैठकों में सरकार बनाने के लिए क्या रणनीति तय हुई, इस पर बीजेपी ने भी चुप्पी साध रखी है.
गुवाहाटी और मुंबई में फंसे पेच को सुलझाने की एक उम्मीद मंगलवार को नजर आई. मुंबई से देवेंद्र फडणवीस ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी, तो उसी समय गुवाहाटी के होटल में हलचल मची कि एकनाथ शिंदे भी दिल्ली जा सकते हैं, लेकिन होटल से बाहर आकर शिंदे ने फिर सस्पेंस बढ़ा दिया.
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार बनी रहेगी या फिर देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में शिवसेना के बाग़ियों और बीजेपी की सरकार बनेगी, इसका फैसला महाराष्ट्र विधान सभा में ही हो सकता है. इस खेल में शामिल सियासत के सभी दिग्गज खिलाड़ी अपने दांव आज़माने के बजाय दूसरे की चाल का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि अब देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात करके ये बता दिया है कि वो फ्रंटफुट पर खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
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