नई दिल्ली: Jharkhand Assembly Election: झारखंड में साल के आखिरी महीने में चुनाव होने हैं. लेकिन अब समय से पहले चुनाव कराने की चर्चा हो रही है. महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट को अपडेट और रिवाइज किया जा रहा है. खास बात ये है कि जिस शेड्यूल के तहत दोनों राज्यों में प्रक्रिया चल रही है. ठीक उसी शेड्यूल को चुनाव आयोग झारखंड में भी फॉलो कर रहा है.
चुनाव आयोग के अधिकारीयों ने किया दौरा
निर्वाचन आयोग के कुछ आला अधिकारियों ने 10 और 11 जुलाई को झारखंड का दौरा भी किया था. राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार और वरीय उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेंद्र शर्मा ने 24 जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक भी की है. इसमें वोटर लिस्ट को अपडेट करने और रिवाइज करने के काम का जायजा लिया गया है. गुरुवार को हुई इस मीटिंग में आला अधिकारियों ने वोटर्स का डोर-टू-डोर वेरिफिकेशन, वोटर आईडी कार्ड का नवीनीकरण और बूथ पर आवश्यक चीजों की उपलब्धता समेत कई विषयों पर जानकारी ली और जरूरी निर्देश भी दिए.
ये निर्देश दिए गए
चुनाव आयोग ने पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कॉलेजों के शत-प्रतिशत स्टूडेंट्स के वोटर आईडी कार्ड होने चाहिए. इसके अलावा, जिला निर्वाचन अधिकारियों को सियासी दलों के साथ नियमित रूप से बैठक करने के लिए भी कहा है. उन हाउसिंग सोसाइटीज में भी वोटिंग बूथ बनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं, जहां पर 500 से अधिक वोटर्स हैं.
2019 के विधानसभा चुनाव में ऐसे रहे थे नतीजे
बता दें कि झारखंड में वर्तमान में JMM और कांग्रेस की गठबंधन वाली सरकार है. सूबे की सत्ता हेमंत सोरेन के हाथ में हैं. झारखंड में कुल 81 विधानसभा सीटें हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में JMM 30 सीटें जीती, BJP ने 25 सीटें जीती और कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत हासिल की. इसके बाद JMM और कांग्रेस ने मिलकर सरकार बनाई थी.
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