डिफेंस फील्ड में कितना अहम रहा 2023, LAC विवाद से नए हथियारों की खरीद तक, जानें सब

2023 में 97 तेजस हल्के लड़ाकू विमानों, 156 प्रचंड लड़ाकू हेलीकाप्टर की खरीद और 84 सुखोई-30 लड़ाकू विमानों के उन्नयन सहित कई बड़ी अधिग्रहण परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 31, 2023, 07:32 PM IST
  • हथियार खरीद पर रहा फोकस.
  • जानें क्या रही LAC पर स्थिति?
डिफेंस फील्ड में कितना अहम रहा 2023, LAC विवाद से नए हथियारों की खरीद तक, जानें सब

नई दिल्ली. आज यानी 31 दिसंबर को साल 2023 समाप्त हो रहा है. कल से साल 2024 की शुरुआत होगी और नए साल के आगमन की तैयारी पूरा देश कर रहा है. साल 2023 भारत के लिए कई क्षेत्रों में अहम रहा है. रक्षा क्षेत्र में भी यह साल देश के लिए बेहद अहम रहा है. जहां भारत ने 2023 में पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर जारी गतिरोध के साथ-साथ दुनिया भर में संकट और संघर्ष के बीच सैन्य ताकत को बढ़ाने और किसी भी सुरक्षा चुनौती का दृढ़ता से मुकाबला करने के लिए देश की समग्र युद्ध क्षमता में वृद्धि के वास्ते करीब 3.50 लाख करोड़ रुपये की रक्षा खरीद की.

चार साल बाद भी आक्रामक रुख
चीन से लगती लगभग 3,500 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की रक्षा करने वाली भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख की सीमा पर जारी तनाव चौथे साल में प्रवेश करने के बावजूद अपना आक्रमक रुख बनाए हुए है जबकि दोनों पक्षों ने इस गतिरोध को हल करने के लिए कई दौर की उच्च स्तरीय सैन्य और राजनयिक वार्ता की है. हालांकि दोनों पक्षों ने तनाव के कई अन्य बिंदुओं से अपनी-अपनी सेना को पीछे हटाने की प्रक्रिया पूरी कर ली है.

कई रक्षा खरीद
इस साल रक्षा मंत्रालय ने 97 तेजस हल्के लड़ाकू विमानों, 156 प्रचंड लड़ाकू हेलीकाप्टर की खरीद और 84 सुखोई-30 लड़ाकू विमानों के उन्नयन सहित कई बड़ी अधिग्रहण परियोजनाओं को मंजूरी दी. सशस्त्र बलों की युद्ध तैयारियों को बढ़ाने के लिए कुल 3.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक के प्रस्तावों को मंजूरी दी.

भारत द्वारा अपने पुराने एवरो-748 बेड़े को बदलने के लिए 21,935 करोड़ रुपये में 56 सी295 परिवहन विमानों को खरीदने का समझौता एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के साथ करने के दो साल बाद यह पहला विमान मिला. समझौते के तहत, एयरबस 2025 तक सेविले में अपनी अंतिम असेंबली लाइन से 'उड़ान भरने' की स्थिति में पहले 16 विमान की आपूर्ति करेगा और बाद के 40 विमानों का विनिर्माण और संयोजन भारत में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स (टीएएसएल) द्वारा किया जाएगा.

डिफेंस मिनिस्ट्री ने 2023 में भारत को रक्षा विनिर्माण का केंद्र बनाने पर भी अपना ध्यान केंद्रित रखा. भारत ने 2023 में सीमा पर बुनियादी ढांचे के विकास को भी प्राथमिकता दी और इस वर्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की 118 परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की.

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