श्रीहरिकोटा. चंद्रयान-3 की सफलता के बाद लैंडर और रोवर ठीक तरीके से काम कर रहे हैं. इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ ने शनिवार को कहा कि लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान को कुछ दिनों में 'नींद में भेज दिया जाएगा' क्योंकि वहां अब लंबी ठंडी रात होने वाली है. उन्होंने जानकारी दी कि दोनों ठीक तरीके से काम कर रहे हैं.
दोनों अच्छे से कर रहे हैं काम
सोमनाथ ने कहा कि रोवर प्रज्ञान लैंडर से 100 मीटर दूर चला गया है. दोनों अच्छे से काम कर रहे हैं. लैंडर और रोवर को नींद में भेजने की प्रक्रिया एक या दो दिन में शुरू हो जाएगी क्योंकि अब चांद के उस हिस्से में ठंडी रात होने वाली है.
रोवर ने तलाशी कई चीजें
बता दें कि बीते 23 अगस्त को लैंडर ने चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच दिया था. इसके बाद रोवर के जरिए वैज्ञानिक लगातार प्रयोग कर रहे हैं. रोवर को ऑक्सीजन, एल्यूमीनियम, सल्फर और अन्य सामग्रियों की उपस्थिति मिली है, जबकि हाइड्रोजन की उपस्थिति के संबंध में जांच जारी है.
Chandrayaan-3 Mission:
Pragyan 100*
Meanwhile, over the Moon, Pragan Rover has traversed over 100 meters and continuing. pic.twitter.com/J1jR3rP6CZ
— ISRO (@isro) September 2, 2023
आदित्य एल1 का प्रक्षेपण
इससे पहले 2 सितंबर को इसरो ने पहले सूर्य मिशन आदित्य एल1 का सफल प्रक्षेपण किया. आदित्य-एल1 सूर्य का अध्ययन करने वाली पहली अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला है. यह अंतरिक्ष यान 125 दिन में पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर लंबी यात्रा करने के बाद लैग्रेंजियन बिंदु ‘एल1’ के आसपास एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित होगा, जिसे सूर्य के सबसे करीब माना जाता है.