नई दिल्लीः Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना में बदलाव हो सकते हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेना एक आंतरिक सर्वे करा रही है. इस सर्वे में सामने आने वाले निष्कर्षों को देखते हुए आगे योजना में बदलाव को लेकर सरकार से सिफारिश की जा सकती है. हालांकि अभी इस संबंध में सेना या सरकार की ओर से कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.
अग्निवीरों समेत अन्य से पूछे जा रहे 10 सवाल
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि सेना के सर्वेक्षण में अग्निवीरों, भर्ती और ट्रेनिंग स्टाफ समेत सभी हितधारकों से कुछ जानकारियां मांगी गई हैं. अधिकारियों के मुताबिक, हर ग्रुप से मिलने वाले जवाबों को इस माह के आखिर तक इकट्ठा किया जाएगा. फिर अगली प्रक्रिया आकलन की होगी. सर्वे में शामिल लोगों से पूछे जाने के लिए 10 सवाल तैयार किए गए हैं.
अग्निवीरों की भर्ती को लेकर भी पूछे जा रहे प्रश्न
रिपोर्ट की मानें तो पूछे जाने वाले सवालों में भर्ती प्रक्रिया में शामिल लोगों को बताना होगा कि अग्निवीर सेना में क्यों आएंगे. वह सेना में आने के लिए कितने उत्साहित हैं. साथ ही वे शहरी या ग्रामीण कैसे आवेदक हैं और ऑनलाइन एंट्रेस एग्जाम को लेकर किस तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. वहीं अग्निपथ योजना के लागू होने के बाद भर्ती पर किस तरह का असर पड़ा है, इसे लेकर भी जवाब देना होगा.
रिपोर्ट में बताया गया है कि यूनिट और सब यूनिट कमांडरों से अग्निवीरों और अग्निपथ योजना लागू होन से पहले भर्ती हुए जवानों के प्रदर्शन को लेकर फीडबैक मांगा गया है. अग्निवीरों में क्या सकारात्मक बातें हैं और क्या नकरात्मक, इसे लेकर भी जानकारी मांगी गई है.
क्या है अग्निपथ योजना?
बता दें कि अग्निपथ योजना लोकसभा चुनाव में मुद्दा बना है. खासकर कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों ने वादा किया है कि वे सत्ता में आए तो इस योजना को समाप्त कर देंगे. वैसे अग्निपथ योजना 2022 में शुरू हुई थी. इसमें भर्ती हुए अग्निवीरों का 4 साल का कार्यकाल होता है. हालांकि 25 फीसदी अग्निवीरों की भर्ती सेना में होती है लेकिन 75 फीसदी को वापस घर जाना होता है.
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