नई दिल्ली: गांधी और बच्चन परिवार का दोस्ती कई दशक पुरानी है. अमिताभ (Amitabh Bachchan) जब राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) से मिले थे, तब वह सिर्फ 4 साल के थे. वहीं राजीव गांधी की उम्र 2 साल थी. उनकी पहली मुलाकात उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद यानी आज के प्रयागराज में बिग बी के जन्मदिन की पार्टी पर हुई थी. कहते हैं इस मुलाकात के बाद दोनों की बेहद गहरी दोस्ती हो गई थी.
इंदिरा मानती थीं अमिताभ को बेटा
अमिताभ की मां तेजी बच्चन और राजीव गांधी की मां पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के करीबी संबंध थे. अमिताभ को इंदिरा अपना तीसरा बेटा मानती थीं. इंदिरा गांधी की मौत के बाद अमिताभ उनकी अंतिम यात्रा में पहुंचे और पूरे समय उनके शव के पास ही बैठे रहे थे. उनके जाने से अमिताभ बेहद दुखी थे.
राजनीति में होने के नाते तेजी बच्चन और इंदिरा का परिवार एक दूसरे के घर आता जाता रहता था. यहां तक की गर्मियों की छुट्टियों में कई बार बच्चन परिवार भी राजीव के यहां जाया करता था.
मां से पहले अमिताभ को पत्र लिखते थे राजीव
कहा जाता है कि जब राजीव इंग्लैंड में रहकर पढ़ाई कर रहे थे, तब इंदिरा गांधी तेजी बच्चन के घर जाया करती थी. वहीं जाकर वह राजीव का हाल जानती थीं, क्योंकि राजीव अमिताभ को बहुत पसंद करते थे.
इसलिए वह अपनी मां के पहले उन्हें पत्र लिखकर भेजा करते थे. अमिताभ के छोटे भाई अजिताभ, संजय गांधी के बहुत अच्छे मित्र थे. चारों की तीन मूर्ति बंगले पर खूब हंसी ठिठोलियां गूंजती थीं.
सोनिया गांधी के बारे सिर्फ अमिताभ को था पता
राजीव गांधी ने सोनिया गांधी के बारे में सबसे पहले अमिताभ बच्चन को बताया था. एक बार जब राजीव गांधी विदेश से लौटे तो उन्होंने अमिताभ बच्चन के सामने एक एलबम रख दिया. उस एलबम में एक खूबसूरत लड़की की फोटो थी.
जब राजीव ने अमिताभ से पूछा, अमित तुम्हें ये लड़की कैसी लगी? तो अमिताभ ने बोला अच्छी है, पर ये कौन हैं. तब उन्होंने अमिताभ को पूरी कहानी बताई और सोनिया गांधी का परिचय कराया था. शादी से पहले सोनिया बच्चन परिवार के साथ ठहर भी चुकी थीं.
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