नई दिल्लीः कांग्रेस नेता राहुल गांधी का शुक्रवार को पटना पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया. वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से बुलाई गई विपक्षी दलों की एक अहम बैठक में हिस्सा लेने पटना आए हैं. वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी पहली बार बिहार पहुंचे हैं.
खड़गे और वेणुगोपाल भी हैं राहुल के साथ
राहुल के साथ अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और संगठन के प्रभारी महासचिव के सी वेणुगोपाल भी हैं. नीतीश कुमार कांग्रेस नेताओं की अगवानी तथा उनका स्वागत करने के लिए जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डे पहुंचे. हवाई अड्डे पर बड़ी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक जुटे जो राहुल की एक झलक पाने को बेताब दिखे.
#WATCH | Congress president Mallikarjun Kharge and party leader Rahul Gandhi to address the party workers in Bihar's Patna shortly
Both the leaders are in the city to attend the Opposition leaders' meeting. pic.twitter.com/166bdn7izC
— ANI (@ANI) June 23, 2023
ये नेता भी बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे
शहर में देश के सभी हिस्सों से विपक्ष के दिग्गज नेता पहुंच रहे हैं जो अगले लोकसभा चुनावों में भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाने पर चर्चा कर सकते हैं. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शुक्रवार को सुबह पटना पहुंचे. इसके अलावा शरद पवार और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन भी पटना पहुंच चुके हैं.
इससे पहले महबूबा मुफ्ती, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, एम के स्टालिन, डी राजा और दीपंकर भट्टाचार्य समेत कई अन्य नेता बृहस्पतिवार को ही पटना पहुंच गए थे.
नीतीश कुमार बैठक के उद्देश्य पर बोलेंगे
दरअसल अगले साल संभावित लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दल एकजुटता के प्रयास में जुटे हैं. इसे लेकर होने वाली बैठक में भाजपा विरोधी मजबूत मोर्चे के गठन को लेकर एक रूपरेखा तैयार की जाएगी. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठक के उद्देश्य पर प्रकाश डालेंगे, जबकि अंतिम संबोधन कांग्रेस के नेता राहुल गांधी का होगा.
वोटों के बंटवारे को रोकने के लिए बनेगी रणनीति
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक में आपसी विवाद से बचने के लिए राज्य के मुद्दों को नहीं, बल्कि राष्ट्रीय मुद्दों को उठाए जाने की संभावना है. बैठक में मुख्य रूप से चुनाव में वोटों के बंटवारे को रोकने को लेकर रणनीति पर चर्चा किए जाने की संभावना है. बैठक में सभी की राय से साझा कार्यक्रम तय करने और कन्वीनर चुने जाने की उम्मीद है. इस बैठक में राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी शामिल नहीं होंगे. उन्होंने पारिवारिक कार्यक्रम के कारण नहीं आने की बात कही है.
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