रुद्राक्ष पहनने से जीवन पर पड़ता है ये प्रभाव, जानिए आपकी राशि के अनुसार पहनें कौन सा रुद्राक्ष

हिंदू धर्म में रुद्राक्ष के मन के को बहुत पवित्र माना जाता है. रुद्राक्ष का आध्यात्मिक और ज्योतिषीय महत्व होता है. रुद्राक्ष को स्वयं भोलेनाथ का स्वरुप माना जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसू से हुई थी.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 4, 2022, 05:46 AM IST
  • रुद्राक्ष पहनने से जीवन पर पड़ता है प्रभाव
  • जानिए कितने प्रकार के होते हैं रुद्राक्ष
रुद्राक्ष पहनने से जीवन पर पड़ता है ये प्रभाव, जानिए आपकी राशि के अनुसार पहनें कौन सा रुद्राक्ष

नई दिल्ली: रुद्राक्ष को भगवान शंकर से जुड़ा हुआ मानने के चलते इसे हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है. वहीं हिंदू धर्म में रुद्राक्ष की पूजा भी की जाती हैं. रुद्राक्ष को लेकर यह भी मान्यता है कि रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.

जानिए कितने प्रकार के होते हैं रुद्राक्ष

हिंदू धर्म में रुद्राक्ष के मन के को बहुत पवित्र माना जाता है. रुद्राक्ष का आध्यात्मिक और ज्योतिषीय महत्व होता है. रुद्राक्ष को स्वयं भोलेनाथ का स्वरुप माना जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसू से हुई थी. रुद्राक्ष पर पड़ी लाइने उसे कई हिस्सों में विभाजित करती हैं, जिससे ये जाना जाता है कि कौन सा रुद्राक्ष कितने मुखी है. 

1 से लेकर 21 मुखी तक के रुद्राक्ष पाए जाते हैं. रुद्राक्ष पहनने से शारीरिक लाभ के साथ मानसिक लाभ भी मिलते हैं. रुद्राक्ष का उल्लेख पौराणिक कथाओं और शास्त्रों में भी मिलता है.

रुद्राक्ष का संबंध देवी-देवताओं और नवग्रहों से है. इसके साथ ही कहा जाता है कि रुद्राक्ष धारण करने से पहले उसकी प्राण-प्रतिष्ठा अवश्य कर लें. इसे धारण करते समय किसी विशेषज्ञ से उचित सलाह ले लेनी चाहिए. ताकि इससे आपको पूरा लाभ प्राप्त हो सके.  अगर राशि के
अनुसार भी रुद्राक्ष को धारण किया जाए, तो शुभ होता है.

मेष राशि के जातकों को एक मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए.

वृषभ राशि के जातक अगर लाइफ में शुभ फलों की प्राप्ति का इंतजार कर रहे हैं, तो चार मुखी,
छह मुखी और चौदह मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं.

मिथुन राशि के जातक रुद्राक्ष की प्राण-प्रतिष्ठा करवाकर चार, पांच या तेरह मुखी रूद्राक्ष धारण
कर सकते हैं. इससे सौभाग्य की प्राप्ति होती है.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर्क राशि के लोग तीन, पांच या फिर गौरी शंकर रुद्राक् भी धारण
कर सकते हैं.

सिंह राशि के जातकों को एक मुखी, तीन या पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती
है. इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है.

कन्या राशि के जातक जीवन में सकारात्मक परिणाम और भगवान शिव की  कृपा पाने के लिए
चार, पांच या तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करें.

तुला राशि - चार, छः अथवा चौदह मुखी रुद्राक्ष पहनना शुभ रहता है. इसलिए शुभ फलों की
प्राप्ति के लिए ये धारण करें.

वृश्चिक - जीवन ने सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए वृश्चिक राशि के लोगों को तीन, पांच मुखी
या गौरी-शंकर रुद्राक्ष धारण करना चाहिए.

एक मुखी, तीन या पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करना धनु राशि वालों के लिए शुभ माना गया है.

मकर राशि के जातक भगवान शिव की कृपा पाने  के लिए चार मुखी, छः या चौदह मुखी रुद्राक्ष
धारण कर सकते हैं. ये रुद्राक्ष इनके लिए शुभ फलदायी होते हैं.

कुंभ राशि के जातक चार, छः या फिर चौदह मुखी रूद्राक्ष धारण करें.

मीन राशि जीवन में सुख-शांति बनाए रखने के लिए इस राशि के जातकों को तीन, पांच या गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है.

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