भगवान शिव के वो 108 मंदिर जिन्हें परशुराम ने बनाया, आज भी देश के इन राज्यों में मौजूद

परशुराम ने जिस गोकर्ण और कन्याकुमारी के बीच मंदिरों की स्थापना की, वो जगहें आज भी मौजूद हैं. कहते हैं परशुराम ने केरल की पूरी भूमि समुद्र से मांगी थी. इसके लिए उन्होंने अपना फरसा दान दे दिया था. इस जमीन को उन्होंने 64 गांवों में विभक्त किया था.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 28, 2022, 02:48 PM IST
  • भगवान परशुराम ने बनाये थे ये शिव मंदिर
  • आज भी देश के इन राज्यों में हैं स्थित
भगवान शिव के वो 108 मंदिर जिन्हें परशुराम ने बनाया, आज भी देश के इन राज्यों में मौजूद

नई दिल्ली. हिंदू धर्म में भगवान परशुराम को उनके तप और क्रोध के लिए पहचाना जाता है. भगवान महाविष्णु के 6वें अवतार परशुराम ऋषि जमदग्नि और रेणुका के सबसे छोटे पुत्र थे. तप और भक्ति ऐसी कि परशुराम ने भगवान शिव के 108 मंदिरों की स्थापना कर डाली थी. क्रोध ऐसा कि हैहय वंश के राजा सहस्त्रबाहु समेत अन्य क्षत्रियों की हत्या कर डाली. हिंदू मान्यताओं के मुताबिक सहस्त्रबाहु की हत्या के बाद परशुराम ने दक्षिण भारत में गोकर्ण से लेकर कन्याकुमारी तक जमीन का एक बड़ा हिस्सा तैयार किया था. इस भूमि पर परशुराम ने भगवान शिव के 108 मंदिरों की स्थापना कर डाली थी. 

आज सावन की अमावस्या है. ऐसे में दक्षिण भारत में आज भी मौजूद इन मंदिरों के इतिहास और इनके महत्व के बारे में जानना बेहद जरूरी हो जाता है. कहते हैं परशुराम ने जिन मंदिरों की स्थापना की थी उनका जिक्र शिवालय स्तोत्रम में भी है. 

कहां है परशुराम के बनाए मंदिर
परशुराम ने जिस गोकर्ण और कन्याकुमारी के बीच मंदिरों की स्थापना की, वो जगहें आज भी मौजूद हैं. कहते हैं परशुराम ने केरल की पूरी भूमि समुद्र से मांगी थी. इसके लिए उन्होंने अपना फरसा दान दे दिया था. इस जमीन को उन्होंने 64 गांवों में विभक्त किया था. इनमें से 32 गांव आज के पेरुमपूझा और गोकरणम के बीच मौजूद हैं. यहां के लोग तुलु भाषा में बात करते हैं. वहीं बचे हुए 32 गांव पेरुमपूझा और कन्याकुमारी के बीच हैं जहां पर लोग मलयालम भाषा बोलते हैं. परशुराम ने इन गांवों को ब्राह्मणों को दान कर दिया था. 

ब्राह्मणों को दे दी थी जमीन
कथाओं के मुताबिक ये जमीनें ब्राह्मणों को देने के बाद इन 64 गावों में 108 महाशिव लिंग और दुर्गा मूर्तियां स्थापित की गईं. मलयालम भाषा में लिखे गए शिवाला स्तोत्रम में इन 108 मंदिरों का जिक्र किया गया है. 

ज्यादातर मंदिर केरल में है मौजूद
वर्तमान की भौगोलिक स्थितियों के मुताबिक इन 108 मंदिरों में से 105 अब केरल राज्य में स्थित हैं. वहीं केवल 2 कर्नाटक में हैं और एक तमिलनाडु के कन्याकुमार जिले में है. तो आइए आपको इन मंदिरों में से कुछ की जानकारियां हम आप से साझा कर रहे हैं. सावन के पवित्र महीने मे श्रद्धालु भगवान शिव का दर्शन कर सकते हैं. 

ये हैं मंदिर
1-वडाक्कुन्नाथन मंदिर- थ्रिसूर, 2-उदयमपेरूर एकादशी पेरुमथ्रिकोविल मंदिर- एर्नाकुलम, 3- रविस्वरूपम शिवा मंदिर- थ्रिसूर, 4- सुचिंद्रम स्थानुमलयन मंदिर- कन्याकुमारी, 5-चौवारा चिदंबरस्वामी मंदिर- एर्नाकुलम, 6-मथुर शिव मंदिर- थ्रिसूर, 7-त्रिपरंगोडे शिवा मंदिर- मालापुरम, 8-मुंडायुर महादेव मंदिर- थ्रिसूर, 9-थिरुमंधामकुन्नू मंदिर- मालापुरम, 10-चोवल्लूर शिव मंदिर- थ्रिसूर, 11-मुडिक्कोडे शिवा मंदिर- थ्रिसूर, 12-अन्नामनाडा महादेव मंदिर-थ्रिसूर, 13- काल्लूर मूकाम्मिका मंदिर- कोल्लूर, 14- थ्रिक्करियूर महादेव मंदिर- एर्नाकुलम, 15-वेल्लूर पेरुन्थाट्टा शिव मंदिर- कोट्टायम

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