नई दिल्ली: Palmistry: हमने अक्सर सुना है कि हमारा भविष्य हमारे हाथ में है. यह सच है. हस्तरेखा शास्त्र में वैसे तो कई रेखाओं, निशानों, आकृतियों और प्रतीकों को महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन हाथ की ये चार रेखाएं महत्वपूर्ण बताई गई हैं. जिसकी सहायता से व्यक्ति के जीवन के बारे में जाना जा सकता है यानि कि जीवन में क्या होने वाला है. इसीलिए हस्तरेखा शास्त्र में हथेली की इन 4 रेखाओं को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. ये रेखाएं व्यक्ति की आयु, भाग्य, धन आदि के बारे में बताती हैं. जानिए क्या हैं वो रेखाएं और क्या बताती हैं भविष्य के बारे में.
मस्तिष्क रेखा
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, तर्जनी और अंगूठे के बीच क्षैतिज रूप से प्रारंभ होकर हथेली के दूसरे भाग की ओर जाने वाली रेखा को मस्तिष्क रेखा कहलाती है. यह रेखा व्यक्ति की बुद्धि, मानसिक स्थिति और उसकी सोच को बताती है. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, मस्तिष्क रेखा वाले लोग बोल्ड होते हैं. मानसिक रूप से मजबूत और बुद्धिमान होता है.
जीवन रेखा
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, यह रेखा मस्तिष्क रेखा से जुड़ती या निकलती हुई हथेली से नीचे मणिबंध की ओर जाती है. यह रेखा व्यक्ति की आयु, स्वास्थ्य, दुर्घटना आदि के बारे में बताती है. यदि यह रेखा टूटी हुई हो तो अशुभ मानी जाती है.
हृदय रेखा
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, हथेली की सबसे छोटी उंगली के आधार से शुरू होकर तर्जनी की ओर जाने वाली क्षैतिज रेखा हृदय रेखा कहलाती है. यह रेखा व्यक्ति की संवेदनशीलता और स्वभाव के बारे में बताती है. इस रेखा का तर्जनी उंगली के नीचे वाले पर्वत तक पहुंचना शुभ माना जाता है.
भाग्य रेखा
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, यह रेखा बहुत महत्वपूर्ण होती है. क्योंकि इसका संबंध व्यक्ति के भाग्य से होता है. भाग्य रेखा हथेली के मध्य भाग में खड़ी रेखा होती है. रेखा जितनी लंबी, स्पष्ट और गहरी होगी, उतना अच्छा होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)