नई दिल्ली: Lord Shiva: इस साल महाशिवरात्रि का त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा. फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि मनाया जाता है. हर साल लाखों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन करने दूर-दूर जाते हैं. गुजरात भी कई प्रसिद्ध मंदिरों का स्थल है, जिनमें से कुछ ज्योतिर्लिंग भी हैं. वहीं मां काली और अंबा के भी पौराणिक मंदिर हैं. यहां भी आप शिवरात्रि में दर्शन करने आ सकते हैं.
क्यों मनाई जाती है शिवरात्रि
महाशिवरात्रि के दिन ही माता पार्वती और महादेव का विवाह हुआ था. इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा अराधना की जाती है. ऐसा माना जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन महादेव का पूरे मन से पूजा किया जाए तो भगवान शिव हर इच्छा पूर्ण करते हैं.
सोमनाथ
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग यह ज्योतिर्लिंगों में से पहला ज्योतिर्लिंग है और यह वेरावल में स्थित है.
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग
यह ज्योतिर्लिंगों में से दसवां ज्योतिर्लिंग है और यह द्वारका के पास स्थित है. जो भगवान शिव के पवित्र निवास स्थानों का प्रतिनिधित्व करते हैं. यह गुजरात के द्वारका में स्थित है. यह मंदिर गोमती नदी के तट पर स्थित है और इसका निर्माण 5वीं शताब्दी में गुप्त राजाओं द्वारा किया गया था.
शामलाजी मंदिर
यह मंदिर देवी काली को समर्पित है और यह भावनगर में स्थित है. मंदिर में दर्शन के लिये लोग अपनी पारंपरिक गुजराती वेशभूषा में आते हैं जो कि यहां की रौनक में चार चांद लगा देता है.
अंबाजी मंदिर
अंबाजी मंदिर गुजरात के बनासकांठा जिले में अंबाजी शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है. यह देवी अंबा को समर्पित है, जिन्हें अंबाजी, अम्बिका या जगदम्बा के नाम से भी जाना जाता है. मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है, जो देवी सती के शक्ति पीठों में से एक है. यह मंदिर देवी अंबा को समर्पित है और यह बनासकांठा जिले में स्थित है.
भद्रनाथ मंदिर
जिसे भद्रेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, गुजरात के थराद शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है. यह भगवान शिव को समर्पित है.
द्वारकाधीश मंदिर
द्वारकाधीश मंदिर गुजरात के द्वारका शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है. यह भगवान कृष्ण को समर्पित है, जिन्हें द्वारकाधीश, या "द्वारका के राजा" के रूप में भी जाना जाता है. मंदिर द्वारकाधीश पीठ का मुख्यालय है, जो चार पीठों में से एक है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)