नई दिल्ली: इस साल मई के महीने में 5 तारीख को पहला चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) लगा था, यह वैशाख पूर्णिमा का दिन था. यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दिया था. लेकिन अब 29 अक्टूबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण है, जो पूरे भारत में नजर आएगा. साल के पहले चंद्र ग्रहण के करीब 6 महीने बाद दूसरा और आखिरी चंद ग्रहण होगा, जिसकी अवधि 1 घंटे 16 मिनट की होगी. यह इसलिए भी खास है, क्योंकि यह साल के सभी ग्रहणों में अकेला ग्रहण होगा जो भारत में दिखेगा.
यह है चंद्र ग्रहण का समय
चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर को लगेगा, उस दिन रविवार है. यह भारत में रात को 01:06 से 02:22 बजे तक ही रहेगा. भारत के अलावा यह चंद्र ग्रहण श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान, सऊदी अरब, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, जापान, मंगोलिया, चीन, ईरान, सूडान, इराक, तुर्की, अल्जीरिया, अफगानिस्तान, भूटान, रूस, नेपाल, कजाकिस्तान, जर्मनी, पोलैंड, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका, इटली, यूक्रेन, फ्रांस, नॉर्वे, ब्रिटेन, स्पेन, स्वीडन, मलेशिया, इंडोनेशिया और फिलीपींस में भी दिखेगा.
चंद्र ग्रहण के पीछे का वैज्ञानिक तथ्य
वैज्ञानिकों के मुताबिक, साल में दो बार पृथ्वी, सूर्य और चांद एक सीध में आ जाते हैं. इस दौरान सूर्य की रौशनी चांद पर नहीं पहुंच पाती, जिससे हमें धरती से चंद्रमा नहीं दिखता. इसे ही चंद्र ग्रहण कहा जाता है. पृथ्वी और सूर्य की कक्षा बदलने पर सूर्य की किरणें फिर चांद पर पहुंचने लगती हैं, फिर वह हमें नजर आने लगता है.
9 घंटे पहले ही सूतक लग जाएगा
चंद्र ग्रहण लगने के 9 घंटे पहले से ही सूतक काल शुरू हो जाता है. सूतक लगने के तुरंत बाद मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और पूजा-पाठ पर रोक लग जाती है. इस बार चंद्र ग्रहण का सूतक 28 अक्टूबर की दोपहर 2 बजकर 52 मिनट से शुरू हो जाएगा.
ये भी पढ़ें- Kajari Teej 2023: आज है कजरी तीज का व्रत, जानें शुभ मुहूर्त, महत्व और योग
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.