नई दिल्ली. kharmas 2022 Dos and Don'ts खरमास वह समय होता है जब सूर्य की गति धीमी हो जाती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धनु संक्रांति तब होती है जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करता है जिससे खरमास के महीने की शुरुआत माना जाता है. इसकी समाप्ति सूर्य के मकर राशि में गोचर से होती है, जिसे मकर संक्रांति कहते हैं. इस वर्ष खरमास 16 दिसंबर को सुबह 10 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर 14 जनवरी को रात 8 बजकर 57 मिनट पर समाप्त होगा.
खरमास में क्या करें और क्या न करें
खरमास में विवाह नहीं होते
खरमास के दौरान सूर्य जब धनु राशि में चला जाता है तो यह सुख-समृद्धि के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. कहा जाता है कि खरमास के दौरान शादी करने से सुख मिलने की संभावना कम हो जाती है। इस दौरान विवाह के अलावा लगन, गृह प्रवेश, जनेऊ और मुंडन जैसे कार्य भी वर्जित होते हैं.
नया व्यापार शुरू करने से बचें
खरमास में कोई नया व्यापार शुरू करना आर्थिक तंगी को जन्म देता है क्योंकि इस समय आपके खर्चे काफी बढ़ सकते हैं. इस दौरान कर्ज का बोझ भी बढ़ सकता है.
संपत्ति नहीं खरीदनी चाहिए
खरमास में किसी भी प्रकार की संपत्ति खरीदना आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है. इस काल में बने घर आमतौर पर कमजोर होते हैं और उनमें रहने का सुख नहीं मिल पाता है. इसके साथ ही आपका काम बीच में अटक सकता है और कभी-कभी दुर्घटनाओं की संभावना भी बनी रहती है.
खरमास के दौरान क्या किया जा सकता है?
दि कुंडली में बृहस्पति धनु राशि में है तब भी इस दौरान शुभ कार्य किए जा सकते हैं. नियमित रूप से किए जाने वाले कार्यों पर भी खरमास का बंधन या दबाव नहीं रहता है.इस काल में सीमंत या जातकर्म किया जा सकता है. इस दौरान गया में भी श्राद्ध किया जा सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)
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