Kalashtami Vrat 2024: कालाष्टमी के दिन कर लें ये उपाय, एक-एक मुश्किल से मिल जाएगा छुटकारा

कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन मनाया जाने वाला कालाष्टमी का पर्व आपकी हर समस्या से आपको छुटकारा दिला सकता है. जनवरी 2024 की पहली कालाष्टमी 4 जनवरी यानी कि आज है. कालाष्टमी के दिन भगवान शिव के उग्र रूप कालभैरव की पूजा की जाती है.

Written by - Ansh Raj | Last Updated : Jan 4, 2024, 12:33 PM IST
Kalashtami Vrat 2024: कालाष्टमी के दिन कर लें ये उपाय, एक-एक मुश्किल से मिल जाएगा छुटकारा

Kalashtami Vrat 2024: कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन मनाया जाने वाला कालाष्टमी का पर्व आपकी हर समस्या से आपको छुटकारा दिला सकता है. जनवरी 2024 की पहली कालाष्टमी 4 जनवरी यानी कि आज है. कालाष्टमी के दिन भगवान शिव के उग्र रूप कालभैरव की पूजा की जाती है. इस दिन विधि-विधान से कालभैरव की पूजा करने से आपको तमाम संकट से निजात मिल सकती है.

इस महीने कालाष्टमी...
नए साल इस बार पहली कालाष्टमी 4 जनवरी में मनाई जा रही है. बात दें कि हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन कालाष्टमी का पर्व मनाया जकता है. इस दिन भगवान शंकर ने उग्र सवरूप कालभैरव को पूजा जाता है. बता दें कि इस दिन जो भी कोई विधिविधान से कालभैरव की पूजा अर्चना करता है. उसके जीवन से सभी कष्ट मिट जाते हैं, व उसके परिवार में खुशहाली आती है. 

कालाष्टमी के पर्व के दिन अगर आप महादेव के विग्रह रूप काल भैरव बाबा से जुड़े कुछ उपाय कर लें तो, आपके सभी दुःख और बाधाएं कट जाती है. ऐसा करने से आपके घर में खुशहाली आती है साथ ही आपके सभी बिगड़े काम बन जाएंगे. आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि कैसे आप महादेव के उग्र सवरूप कालभैरव की विधि-विधान से पूजा करके उन्हें भगवान शंकर को खुश कर सकते हैं.

करें ये उपाय
कालाष्टमी के दिन सूरज उगने से पहले उठ जाएं. इसके बाद स्नान करके साफ़-सुथरे कपड़े धारण कर लें. इसके बाद भगवन कालभैरव को काले तिल, उड़द और सरसों के तेल का दीपक प्रज्ज्वलित करें. इसके बाद उनकी मंत्र उच्चारण के साथ विधि-विधान से पूजा करना चाहिए. इससे कालभैरव आपसे प्रसन्न होंगे. 

बीमारी होगी दूर...
अगर कोई व्यक्ति किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है, तो उसे कालाष्टमी के दिन कालभैरव की पूजा करने के बाद भैरव चालीसा का पाठ करें और अपने दुःख, दर्द, पीड़ा से मुक्ति की प्रार्थना करें. इससे आपको बीमारी से छुटकारा मिलेगा. 

कालभैरव को लगाएं भोग...
भैरवदेव को इस दिन चना-चिरौंजी, पेड़ा, काली उड़द और उड़द की दाल से बने व्यंजन का भोग लगाना चाहिए. इससे कालभैरव आपसे प्रस्सन होकर आपकी सभी मनोकामना पूरी करेंगे.

दीप करें प्रज्ज्वलित 
कालभैरव की पूजा करने से ग्रह बाधा और शत्रु बाधा दोनों से ही मुक्ति मिलती है। भगवान काल भैरव जी की कृपा पाने के लिए और उनकी अनुकम्पा प्राप्त करने के लिए कालाष्टमी के दिन भगवान भैरव की प्रतिमा के आगे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए.

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.  

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