Dussehra 2022: सौभाग्य की प्राप्ति के लिए विजयदशमी के दिन अवश्य करें ये उपाय

Dussehra 2022: हिंदू धर्म में शहरे का विशेष महत्व है. इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का संहार किया था. जबकि दूसरी तरफ भगवान श्री राम ने इसी दिन लंकापति रावण रावण का वध किया था.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 5, 2022, 11:23 AM IST
  • आज का दिन इन कार्यों के लिए है बेहद शुभ
  • सौभाग्य की प्राप्ति के लिए आज करें ये उपाय
Dussehra 2022: सौभाग्य की प्राप्ति के लिए विजयदशमी के दिन अवश्य करें ये उपाय

नई दिल्ली. आज अश्विन मास की दशमी तिथि है. आज विजय दशमी है. इसे दशहरा पर्व भी कहते है. क्योंकि हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, दशहरा की पवित्र तिथि पर मां दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का संहार किया था. इसी दिन भगवान श्री राम रावण ने रावण का वध किया था. इस दिन भगवान श्री राम, माता दुर्गा तथा अस्त्र-शस्त्र की पूजा करना लाभदायक माना गया है. 

स्कंद पुराण में बताया गया है इस दिन पुण्य सलिला नदियों में स्नान करने से व्यक्ति दस पापों से मुक्त हो जाता है. शास्त्रों में इस दिन का विशेष महत्व बताया है. साथ ही इस दिन सुख-शांति और समृद्धि के लिए कुछ उपाय भी बताए गए हैं. इन उपायों के करने से न केवल जीवन में  सुख-शांति आती है बल्कि सभी संकटों से भी मुक्ति मिलती है.

सौभाग्य की प्राप्ति के लिए आज करें ये उपाय

नौकरी में उन्नति के लिए
दशहरा के दिन अपराजिता की पूजा करते हुए ‘ओम विजयायै नमः’ मंत्र का जप करते हुए 10 फल चढ़ाएं और फिर उनको प्रसाद में बांट दें. इस पूजा को आप दोपहर के समय करें. माना जाता है कि रावण को परास्त करने के लिए भगवान राम ने भी दोपहर के समय ही पूजा की थी. इसके बाद एक झाड़ू लें और शाम के समय में उसको मंदिर में दान कर दें. इस उपाय के करने से धन संबंधित समस्या खत्म होती है और नौकरी व व्यापार में उन्नति होती है.

ग्रह बाधा, नकारात्मक दूर करने के लिए
दशहरे के दिन रावण दहन से पहले मां दुर्गा की सहायक योगिनीं जया और विजया की पूजा करनी चाहिए. इसके बाद शमी के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. शमी के पेड़ के नीचे दीपक जलाना चाहिए और मां दुर्गा की पूजा में शमी के पत्ते अर्पित करने चाहिए. माना जाता है ऐसा करने से आर्थिक लाभ होता है और कार्यों में आ रही बाधा भी दूर होती है. साथ ही दशहरे के दिन पूजा घर में शमी के पेड़ की मिट्टी रखने से नकारात्मक शक्तियां भी खत्म हो जाती हैं.

हर संकट से मुक्ति के लिए
दशहरे के दिन रावण दहन के बाद उसकी राख को सरसों के तेल में मिलाकर घर में हर जगह छिड़क देना उत्तम माना जाता है. मान्यता है कि ऐसा करने से घर के सदस्यों के बीच आपसी प्रेम बना रहता है. हर संकट से मुक्ति के लिए सुबह के समय हनुमानजी का गुड़-चने का भोग लगाएं और शाम के समय लड्डूओं का भोग लगाएं और फिर हनुमानजी से अपनी रक्षा की प्रार्थना करें.

प्रतिस्पर्धी को हराने के लिए
कारोबार में उन्नति के लिए दशहरे के दिन एक नारियल लें और उसको सवा मीटर पीले कपड़े में लपेट लें. फिर एक जोड़ा जनेऊ, सवा पान और मिष्ठान के साथ राम मंदिर में चढ़ा दें. ऐसा करने से व्यापार में प्रतिस्पर्धा कम हो जाती है.  

पारिवारिक समस्या दूर करने के लिए
दशहरे के दिन से लगातार 51 दिनों तक हर रोज गाय व कुत्ते को बेसन का लड्डू खिलाए तो यह भी काफी शुभ माना जाता है. मान्यता है कि ऐसा करने से पारिवारिक समस्या, वैवाहिक समस्या दूर हो जाती है. लेकिन ध्यान रहे कि कुत्ते को हर रोज लड्डू खिलाए, भूले नहीं.

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