जया किशोरी ने बताया था कि एक वो गुण है जिससे व्यक्ति के पीछे धन खुद ब खुद आता है.
एक बार कथा में जया किशोरी ने कहा कि विद्या वो अच्छी जो विनम्र बनाए.
जया किशोरी कहती हैं कि ऐसी कला जीवन में आपको आगे बढ़ाएंगे लेकिन आप कभी भी एक अच्छे पात्र नहीं बनाएंगे
जया किशोरी आगे कहती हैं कि इस तरह लंबी सफलता कभी हासिल नहीं होगी, कुछ समय की सफलता मिलेगी पर जीवन भर की नहीं.
जया किशोरी ने बताया कि जो विनम्र बनाए वही विद्या अच्छी है. विनम्र होने पर आप अच्छे पात्र बनेंगे.
जया किशोरी कहती हैं कि दूसरों को सुन पाएंगे, मन में दया की भावना भी होगी. फिर धन खुद ब खुद आएगा.
जया किशोरी कहती हैं कि शॉर्टकट वाली उन्नति भी कुछ समय के लिए होती है. लंबा रास्ता अपनाने व सही रास्ता अपनाने से उन्नति तो देर से मिलेगी पर अच्छी मिलेगी.
वो कहती हैं कि धन का दुरुपयोग न करें, अच्छे काम में लगे रहें और धर्म व सेवा करें.