Radha Ashtami 2024: कान्हा की नगरी मथुरा में इस समय राधा अष्टमी की धूम मची हुई है. देश-विदेश से लाखों की संख्या में राधा रानी के भक्त बरसाना धाम पहुंच चुके हैं. राधारानी का जन्म बुधवार को सुबह 4 बजे हुआ. ऐसे में पूरा बरसाना रंग-बिरंगी रोशनी से सराबोर है. राधा के जन्मोत्सव का साक्षी बनने के लिए मंगलवार को ही लाखों श्रद्धालु श्रीजी के धाम पहुंचे थे. बुधवार सुबह श्रीजी यानी राधा रानी का उनके निज महल में जन्मोत्सव मनाया गया. सुबह चार बजे चांदी की चौकी और अष्टदल कमल में राधारानी के श्रीविग्रह को विराजमानकर पंचामृत से अभिषेक किया गया. इसके लिए चार सौ लीटर दूध और दही मंगाया गया था. मंगलवार की रात दो बजे से मंदिर परिसर में गोस्वामी समाज द्वारा मंगल गायन किया गया. मूल नक्षत्र में जन्मी राधारानी के मूल शांति के लिए गर्भगृह में सेवायतों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजन किया. 27 कुओं का जल, 27 वृक्ष की पत्तियां, 27 पवित्र स्थानों की मिट्टी, 27 औषधि, 27 फल, तांबे के बर्तन में तेल आदि से उनका मूल शांति पाठ किया. ये प्रक्रिया सुबह चार बजे तक चली. सुबह 4:00 बजे जैसे ही राधा रानी का जन्म हुआ पूरे बरसाने में राधे-राधे के जयकारे गुंज उठे. वीडियो देखें