आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी गुलजारीलाल नंदा का जन्मदिवस है इस मौके पर आपके सामने पेश है उन्ही से जुड़ा एक ऐसा किस्सा... जिसे सुनकर आप भी उनकी सादगी और व्यक्तित्व के कायल हो जाएंगे. एक बार की बात है जब गुलजारी लाल नंदा अपनी उम्र के आखिरी पड़ाव में थे, किराये के मकान में रहते थे, लेकिन जब वो कुछएक महीने से किराया नहीं दे पाए तो मकान मालिक ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया. दरअसल गुलजारीलाल नंदा को स्वतंत्रता सेनानी होने की वजह से हर महीने 500 रुपये का भत्ता मिलता था. लेकिन उन्होंने यह कहते हुए इसे लेने से इनकार कर दिया था कि उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों को मिलने वाले भत्ते के लिए स्वतंत्रता की लड़ाई नहीं लड़ी थी. लेकिन बाद में उनके मित्रों ने किसी तरह से इस भत्ते को स्वीकार करने के लिए उन्हें मना लिया और इसी भत्ते से वह अपना जीवन यापन किया करते थे. उनके पास आय को दूसरा कोई स्रोत नहीं था.