Azadi Ka Amrit Mahotsav: साल 1911 ये वही साल था जब भारत की राजधानी को बंगाल से दिल्ली कर दिया गया. इसी साल दिल्ली में दरबार लगाया गया. इस दरबार में विंडसर राजघराने से संबंधित प्रथम ब्रिटिश शासक जॉर्ज पंचम को आमंत्रित किया गया था.. जार्ज अपनी पत्नी मैरी के साथ भारत आए और दिल्ली दरबार में हिस्सा लिए. कहा जाता है कि इस में जार्ज पंचम के स्वागत के लिए रवींद्र नाथ टैगोर को एक गीत लिखने को कहा गया था. दरबार में पेश करने के लिए टैगोर ने बंगाली भाषा 5 पदों वाली एक कविता की रचना की और उसी कविता के पहले पद को हिंदी में अनुवाद करने के बाद दरबार में पेश किया. वो कौन-सी कविता थी, 'जन गण मन' उसका कौन-सा पद था.. और राष्ट्र गान बनने से पहले इसका कहा और कैसे इस्तेमाल होता था, सब बताएंगे आजादी के 75 साल की 75 कहानियों के इस अंक में...
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