Badrinath dham Yatra 2023: टिहरी जिले के राजदरबार नरेंद्र नगर में बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर आयोजित धार्मिक समारोह में पंचांग गणना के बाद विधि विधान से कपाट खुलने की तिथि तय हुई. जबकि गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा हेतु 12 अप्रैल की तिथि निश्चित हुई.
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Char Dham Yatra 2023: उत्तराखंड (Uttarakhand) में स्थित विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने का शुभ मुहूर्त और तिथि तय हो गई है. गुरुवार को बसंत पंचमी (basant Panchami) के शुभ अवसर पर धाम के कपाट खुलने की तारीख का ऐलान किया गया. इस साल बद्रीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को प्रात: 7 बजकर 10 मिनट बजे खुलेंगे जबकि गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा का दिन निश्चित हुआ. इस अवसर पर टिहरी राजपरिवार (Tihri Rajparivar) सहित बदरी-केदार मंदिर समिति, डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे.
इस तारीख को गाडू तेल कलश यात्रा
टिहरी जिले के राजदरबार नरेंद्र नगर में बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर आयोजित धार्मिक समारोह में पंचांग गणना के बाद विधि विधान से कपाट खुलने की तिथि तय हुई. जबकि गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा हेतु 12 अप्रैल की तिथि निश्चित हुई.
कब बंद हुए थे कपाट बंद
बद्रीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को दोपहर बाद 3: 35 बजे शीतकाल के लिए बंद किए गए थे. पंच पूजाओं के क्रम में धाम के धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल ने सुबह भगवान गणेश को मंदिर परिसर से बदरीनाथ मंदिर के गर्भगृह में विराजमान किया. फिर इसके बाद मुख्य पुजारी ने भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना करते हुए देर शाम गणेश मंदिर के कपाट बंद कर दिए थे.
46 लाख से अधिक तीर्थयात्री चारधाम यात्रा के लिए पहुंचे
वर्ष 2022 की यात्रा में करीब 46 लाख से अधिक तीर्थयात्री चारधाम यात्रा के लिए पहुंचे थे. कोविड के दो साल बाद बिना बंदिशों के चली चारधाम यात्रा (CharDham) ने पिछले साल नया रिकॉर्ड बनाया था. चारों धामों में करीब 46 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए थे. 19 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही चारधाम यात्रा का समापन हो गया था.
रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुंचे थे दर्शन को
बता दें कि पिछले वर्ष केदारनाथ यात्रा में रिकॉर्ड 15 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे थे. बदरीनाथ धाम में 17 लाख 60 हजार 646 श्रद्धालु पहुंचे थे. वहीं, रिकॉर्ड संख्या में गंगोत्री धाम में 624451 तीर्थ यात्री पहुंचे. यमुनोत्री धाम में 485635 तीर्थ यात्रों दर्शनों के लिए पहुंचे थे.