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वाराणसी/जयपाल: काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में स्थित ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी प्रकरण (Gyanvapi Shringar Gauri case) में मंगलवार (12 जुलाई) को कोर्ट में फिर से सुनवाई होगी. अभी केस की मेरिट पर सुनवाई चल रही है. मुस्लिम पक्ष अपनी दलीलें पेश कर रहा है. इसके बाद हिंदू पक्ष कोर्ट के सामने अपना दावा पेश करेगा. 12 जुलाई को जब मुस्लिम पक्ष की जिरह पूरी हो जाएगी. फिर इसके बाद हिंदू पक्ष अपने दलील पेश करेगा कि मुकदमा सुनवाई योग्य क्यों है.
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हिंदू पक्ष ने किया ट्रस्ट बनाने का ऐलान
सुनवाई से पहले हिंदू पक्ष ने बड़ा ऐलान किया है. हिंदू पक्ष ने ट्रस्ट बनाने का ऐलान किया है. ट्रस्ट का नाम श्री आदि महादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास रखा गया है. आज ट्रस्ट का उद्घाटन होगा. शाम 5 बजे मलदहिया स्थित एक निजी रेस्टोरेंट में चारों वादी महिलाओं समेत हिंदू पक्ष के सभी वकीलों की मौजूदगी रहेगी. सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील हरिशंकर जैन और उनके बेटे विष्णु शंकर जैन एवं हाई कोर्ट की वकील रंजना अग्निहोत्री समेत कई अन्य लोग इस मौके पर मौजूद रहेंगे.
18 अगस्त को दाखिल हुआ था केस
18 अगस्त 2021 को राखी सिंह सहित 5 महिलाओं ने सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में केस दाखिल किया था. ये मुद्दा मां शृंगार गौरी मंदिर (Maa Shringar Gauri Mandir) में नियमित पूजा-पाठ और ज्ञानवापी के अन्य देवी-देवताओं के विग्रहों की सुरक्षा का था. कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का आदेश दिया था.