UP By Election : विधानसभा और विधानपरिषद की दो-दो सीट पर उपचुनाव की तैयारी तेज हो गई है. आइए जानते हैं क्या है इन सीटों पर बीजेपी का सियासी गणित.
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लखनऊ : उत्तर प्रदेश में खाली हुई दो विधानसभा और दो विधानपरिषद सीटों पर उपचुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. बीजेपी एक सीट पर अपना प्रत्याशी उतारने की तैयारी में है वहीं दूसरी सीट पर सहयोगी अपना दल (Apna Dal) के प्रत्याशी चुनाव लड़ाने की तैयारी है. मिर्जापुर में छानबे सीट विधायक राहुल कौल के निधन के बाद खाली है. वहीं रामपुर (Rampur) की स्वार सीट पर सपा के अब्दुल्लाह आजम (Abdullah Azam Khan) को सजा होने के बाद उप चुनाव होना है. बताया जा रहा है कि शनिवार को सीएम आवास पर हुई बीजेपी की कोर ग्रुप मीटिंग में उपचुनाव को लेकर अहम चर्चा हुई है.
पिछले विधानसभा चुनाव में इन दोनों सीटों पर अपना दल ने चुनाव लड़ा था. छानबे सीट (Chhanbey seat) पर राहुल कोल ने जीत का परचम लहराया था. हालांकि स्वार से अपना दल प्रत्याशी हमजा को शिकस्त का सामना करना पड़ा था. बीजेपी दो रणनीति पर काम कर रही है. पहली के तहत एक बार फिर से इन सीटों पर अपना दल के ही प्रत्याशी उतारने की योजना है. वहीं चर्चा इस बात की भी है कि स्वार की सीट पर भाजपा प्रत्याशी को लड़ा दिया जाए. इसे लेकर रामपुर की पूर्व सांसद जया प्रदा पर बीजेपी सियासी दांव लगा सकती है. इस बात के कयासों को पिछले हफ्ते उस वक्त बल मिला जब बीजेपी नेता जया प्रदा ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की.
2 फरवरी को हुआ राहुल कोल का निधन
छानबे विधानसभा सीट से विधायक राहुल प्रकाश कोल काफी समय से कैंसर से जंग लड़ रहे थे. 2 फरवरी को उनका मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था. कोल बीजेपी गठबंधन के अपना दल (S) से विधायक थे. 2017 से उनका इस सीट पर कब्जा था.
सजा के बाद अयोग्य करार दिए गए अब्दुल्ला आजम
वहीं, सपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री आजम खान के बेटे और सपा विधायक अब्दुल्ला आजम को दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद रामपुर की स्वार सीट भी खाली हो गई है. 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान स्वार पर भाजपा गठबंधन अपना दल (एस) ने उम्मीदवार उतारा था. इस चुनाव में सपा की ओर से अब्दुल्ला आजम ने लगभग 61 हजार वोट के अंतर से जीत हासिल की थी. अब सजा होने के बाद उनकी विधायकी चली गई.
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विधानपरिषद की भी दो सीट खाली
विधानसभा के साथ ही विधानपरिषद की भी दो सीट खाली हैं. लक्ष्मण आचार्य (Lakshman Acharya) के इस्तीफे और बीएल दोहरे के निधन के बाद विधान परिषद की सीटें खाली हुई हैं. ऐसे में दो विधानसभा और दो विधानपरिषद की खाली सीटों के लिए जल्द ही उपचुनाव की तारीखों का ऐलान होगा.
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