Custodial Death: कानपुर देहात में बलवंत हत्याकांड में फरार चल रहे आरोपी रनियां थाना प्रभारी के सरकारी आवास से सरकारी पिस्टल बरामद हुई है. जानिए पूरा मामला...
Trending Photos
आलोक त्रिपाठी/कानपुर देहात: कानपुर देहात (Kanpur Dehat) में बलवंत हत्याकांड (Balwant Murder Case) में फरार चल रहे आरोपी रनियां थाना प्रभारी के सरकारी आवास से सरकारी पिस्टल बरामद (Government Pistol Recovered) हुई है. फिलहाल, थाना प्रभारी अभी भी फरार हैं.
दरअसल, कानपुर देहात में 12 दिसंबर की रात पुलिस बर्बरता के शिकार हुए सरैंया लालपुर निवासी व्यापारी बलवंत सिंह की मौत के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था. इस घटना में शामिल तत्कालीन एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.
सरकारी पिस्टल हुई बरामद
वहीं, तत्कालीन रनियां थानाध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह को मुकदमे की जानकारी हुई, तो वह सरकारी पिस्टल सहित फरार हो गया.
इसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था. फरार तत्कालीन थानाध्यक्ष के साथ ही सरकारी पिस्टल की तलाश शुरू कर दी गई थी. जहां पुलिस अभी तकतत्कालीन रनियां थानाध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह को गिरफ्तार नहीं कर पाई, लेकिन सरकारी पिस्टल बरामद कर ली गई है.
कमरे से बरामद हुआ सरकारी पिस्टल
जानकारी के मुताबिक रनिया थाने में हत्या का मुकदमे दर्ज होने की जानकारी होते ही, तत्कालीन रनिया थानाध्यक्ष शिव प्रकाश सहयोगी दरोगा को सीयूजी नंबर देकर 5 मिनट में आने की बात कहते हो सरकारी पिस्टल के साथ फरार हो गया, जिसके बाद से पुलिस सरकारी पिस्टल के साथ साथ तत्कालीन थानाध्यक्ष की तलाश में छापेमारी कर रही थी.
आरोपी थानाध्यक्ष पुलिस की पकड़ से दूर
इसी दौरान पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस ने रनियां थाना परिसर में स्थित शिव प्रकाश के सरकारी आवास का ताला तोड़कर छानबीन की. जहां से पुलिस को थानाध्यक्ष के नाम पर आवंटित पिस्टल बरामद हो गई. साथ ही अन्य केसों से संबंधित दस्तावेज भी पुलिस को मिले हैं, लेकिन आरोपी थानाध्यक्ष अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है.
जानिए क्या है मामला
कानपुर देहात के थाना शिवली के अंतर्गत बीते 6 दिसंबर को व्यापारी चंद्रभान के साथ हुई लूट की घटना के खुलासे में जुटी पुलिस टीम और एसओजी टीम ने संदेह के आधार पर 5 लोगों को हिरासत में लिया था. इसमें लूट का शिकार हुए चंद्रभान का भतीजा बलवंत भी मौजूद था. वहीं, पूछताछ के दौरान बलवंत पुलिस की बर्बरता का शिकार हुआ और उसकी मौत हो गई. आनन-फानन में पुलिस अधीक्षक सुनीति के निर्देश पर आरोपी पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया.
इस मामले में पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात ने जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी थी. वहीं, मृतक के चाचा अंगद सिंह की तहरीर पर तत्कालीन रनियां थानाध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह, शिवली कोतवाल राजेश कुमार सिंह, एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, मैथा चौकी इंचार्ज ज्ञान प्रकाश पांडेय समेत सात लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था.
WATCH: युवक का अपहरण कर बदले में मांगा कुत्ता, नहीं सुनी होगी ऐसी किडनैपिंग