कानपुर हिंसा: इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सपा के विधायकों पर उठाए सवाल, लगाए ये आरोप
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कानपुर हिंसा: इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सपा के विधायकों पर उठाए सवाल, लगाए ये आरोप

कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) मामले में इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष मो. सुलेमान ने मामले को पुलिस की लापरवाही का नतीजा बताया है.

कानपुर हिंसा: इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सपा के विधायकों पर उठाए सवाल, लगाए ये आरोप

श्याम जी तिवारी/कानपुर: कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) मामले में इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष मो. सुलेमान ने मामले को पुलिस की लापरवाही का नतीजा बताया है. इसके साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी के विधायकों पर भी जिम्मेदारी नहीं निभाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सपा के शहर में तीन विधायक हैं, जिन्हें प्रशासन से बात कर मामले का हल निकालना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि जब एक संगठन ने इसकी जिम्मेदारी ले ली थी, तब पुलिस को सक्रिय होना चाहिए. 

बीजेपी प्रवक्ता के खिलाफ दर्ज होना चाहिए था मुकदमा 
मो. सुलेमान ने कहा कि नबी की शान में गुस्ताखी करने वाले के खिलाफ यह प्रदर्शन होना था. पुलिस और प्रशासन ने मामले में उग्र लोगों से बात नहीं की. इस मामले में आरोपी बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा पर मामला दर्ज होना चाहिए था. जिसके लिए संवैधानिक तरीके अपनाए जाने चाहिए थे. जबकि इस मामले के विरोध में जनता को शामिल किया गया. जनता के शामिल होने की वजह से हालात बिगड़े क्योंकि भीड़ को नियंत्रित करना आसान नहीं होता है. भीड़ उन्मादी होती गई और बवाल बढ़ता चला गया. 

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चंद्रेश्वर हाता ऐसी जगह, जहां लोग लड़ने के लिए आमादा रहते हैं  
अध्यक्ष मो. सुलेमान ने कहा कि असंगठित भीड़ कोई काम सलीके से नहीं कर सकती. जिन लोगों ने बंदी का आयोजन किया था उन्होंने अपनी बंदी को वापस लेने के फैसले का सही से प्रचार नहीं किया. उन्होंने कहा कि चंद्रेश्वर हाता एक ऐसा स्थान है, जहां पर लोग झगड़ा करने के लिए आमादा रहते हैं. आज की सरकार में स्थिति यह है कि जो मुस्लिमों को जितना नुकसान करेगा वह सरकार के उतने ही करीब होगा, इस समय प्रदेश में 'बुलडोजर बाबा' का प्रशासन है. इन हालात में संजीदगी से गौर करके काम करना चाहिए. 

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सपा के तीन विधायक, लेकिन किसी ने नहीं उठाया कदम 
मो सुलेमान ने आगे कहा कि सपा के तीन एमएलए थे. उन्हें भी विपक्ष के नेताओं के तौर पर प्रशासन से मिलना चाहिए था. उन्हें समाधान के लिए प्रशासन से चर्चा करनी चाहिए थी. दोनों तरफ से पथराव हुआ, तो कार्रवाई भी दोनों तरफ के लोगों पर होनी चाहिए. प्रशासन निष्पक्षता से कार्रवाई करता है तो उसके ऊपर सवाल नहीं उठेंगे. कई बार ऐसे हालात में लोग केवल तमाशा देखने के लिए घर से निकलते हैं, जिन पर पुलिस कार्रवाई कर देती है. 

हिंसा का मुख्य आरोपी गिरफ्तार 
कानपुर हिंसा में यूपी पुलिस ने मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में अब तक 24 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. इसके साथ ही एक हजार से ज्यादा अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. कानपुर उपद्रव में PFI कनेक्शन का मामला भी सामने निकल कर आ रहा है. पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि PFI से लिंक की भी जांच की जाएगी. 

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