Ram Mandir Update: गाजियाबाद के इस पुजारी को मिला अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की पूचा अर्चना का सौभाग्य मिला है. वो जल्द ही अपनी जिम्मेदारी संभालने वाले हैं.
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गाजियाबादः उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद जिले के आदित्य पांडे को अयोध्या में राम मंदिर के पुजारी के तौर पर रामलला की पूजा अर्चना का सौभाग्य मिला है.सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूनाइटिड हिंदू फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज की देखरेख में चल रहे श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ ने एक और बडी उपलब्धि से मंदिर, विद्यालय, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश व भारत का गौरव बढाया
श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के विद्यार्थी मोहित पांडे का चयन अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के पुजारी के रूप में हुआ है।अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। मंदिर में भगवान राम की सेवा के लिए पुजारियों की नियुक्ति होनी है, जिसके लिए देश भर से 3000 वेदार्थियों व पुजारियों का इंटरव्यू लिया गया। इंटरव्यू के बाद 50 का चयन राम मंदिर के पुजारी के रूप में किया गया है, इनमें श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के विद्यार्थी मोहित पांडे भी शामिल हैं।
मोहित पांडे समेत सभी चयनित अभ्यर्थियों को पहले 6 माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा, उसके बाद उन्हें भगवान राम की सेवा में नियुक्त किया जाएगा। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि मोहित पांडे का चयन राम मंदिर पुजारी के रूप में होना मंदिर, विद्यापीठ व गाजियाबाद ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश व देश के लिए भी गर्व का विषय है। भगवान दूधेश्वर की कृपा से ही श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के विद्यार्थी का चयन उनके ईष्ट भगवान राम की सेवा के लिए हुआ।
वहीं सिद्ध समाधि वाले गुरू मूर्तियों की कृपा से श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के आचार्य तयोराज उपाध्याय व आचार्य नित्यानंद अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल रहेंगे। वे 8 जनवरी से 24 जनवरी तक वेद पाठ करेंगे। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ आज उत्तर भारत का सबसे बडा वेद व कर्मकांड का विद्यालय है, जिसमें देश भर से शिक्षार्थी वेद व कर्मकांड की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और विद्यालय, मंदिर, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश व भारत का गौरव बढाते हुए पूरे विश्व में सनातन संस्कृति का परचम फहरा रहे हैं।