उद्धव ठाकरे पर कांग्रेस नेता का तंज- बाला साहब ने कभी सत्ता के लिए सर नहीं झुकाया
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उद्धव ठाकरे पर कांग्रेस नेता का तंज- बाला साहब ने कभी सत्ता के लिए सर नहीं झुकाया

कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने उद्धव ठाकरे से इस्तीफा दे देने की बात कही है. इस ट्वीट को लेकर जी मीडिया ने उनसे बात की. उन्होंने कहा, "जनतंत्र में जन भावनाओं का सम्मान करना चाहिए साथ ही नैतिक मूल्यों का निर्वाह करना चाहिए.

उद्धव ठाकरे पर कांग्रेस नेता का तंज- बाला साहब ने कभी सत्ता के लिए सर नहीं झुकाया

पीयूष गौर/गाजियाबाद: कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने उद्धव ठाकरे से इस्तीफा दे देने की बात कही है. इस ट्वीट को लेकर जी मीडिया ने उनसे बात की. उन्होंने कहा, "जनतंत्र में जन भावनाओं का सम्मान करना चाहिए साथ ही नैतिक मूल्यों का निर्वाह करना चाहिए. शिवसेना बाला साहब ठाकरे की पार्टी है. उन्होंने कभी सत्ता के लिए अपना सर नहीं झुकाया था. इसीलिए उद्धव ठाकरे को मराठा गौरव की रक्षा करते हुए अपना पद छोड़ देना चाहिए.

आचार्य ने बताया ट्वीट करने का कारण
अपने ट्वीट करने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा, "यह मैंने इसलिए कहा, क्योंकि जोड़-तोड़ की राजनीति करना उद्धव ठाकरे को शोभा नहीं देता है. जो हमें छोड़कर चला गया, उसके पीछे पीछे भागो, विधायकों की खुशामद करो, इससे जनता में गलत मैसेज जाता है कि उद्धव ठाकरे सत्ता के लिए झुक गए और खुशामद कर रहे हैं.

बाला साहब ठाकरे का परिवार मराठा का गौरव
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि बाला साहब ठाकरे का परिवार मराठा का गौरव है. अपने नैतिक नैतिक मूल्यों का निर्वहन करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री पद को छोड़ देना चाहिए. आपको बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीतिक में इस वक्त उथल-पुथल मची हुई है. इन सबके बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई थी. जिसमें सरकार के आठ मंत्री बैठक में शामिल नहीं हुए. ये अहम बैठक तब हुई है, जब शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के साथ कई अन्य नेता मीटिंग में नहीं आए. हालांकि शिवसेना के विधायकों के भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं. वहीं, एकनाथ शिंदे ये कह चुके हैं कि वह किसी के संपर्क में नहीं हैं.

आचार्य ने राहुल गांधी को लेकर कहा
इसी मामले को लेकर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर कहा, "राहुल गांधी की एक बात बहुत अच्छी है कि जो चला जाए उसे मनाना नहीं चाहिए. जो आए उसका स्वागत करना चाहिए. वो राहुल गांधी के इस विचार के साथ हैं.

राजनीति में नैतिक मूल्यों की कीमत
उन्होंने कहा कि राजनीति में नैतिक मूल्यों की कीमत बहुत कम होती है. राहुल गांधी ने नैतिक मूल्यों का परिचय देते हुए 2019 में इस्तीफा दिया था. आज तक उन्होंने कांग्रेस की अध्यक्षता स्वीकार नहीं की. उन्होंने कहा हमने महाराष्ट्र की जनता के लिए उद्धव ठाकरे को समर्थन दिया था, लेकिन जब वह अपने विधायकों को भी नहीं संभाल पा रहे हैं, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.

शिवसेना जो फैसला लेगी कांग्रेस उसके साथ
उन्होंने कहा कि हमने शिवसेना का साथ नहीं छोड़ा है. शिवसेना जो फैसला लेगी कांग्रेस उसके साथ खड़ी रहेगी, लेकिन यह नैतिक मर्यादाओं का सवाल है. उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देकर जनता की अदालत में जाना चाहिए. उन्हें जनता से कहना चाहिए कि आप मेरा साथ दीजिए. जनता को बताना चाहिए कि उनके खिलाफ लगातार षड्यंत्र हो रहे हैं. इन सब षडयंत्रों का नतीजा है कि उनके विधायक उन षड्यंत्रों में फंस गए और छोड़ कर चले गए. जो छोड़ कर चले गए उन्हें मनाने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए.

आचार्य प्रमोद कृष्णन ने उद्धव ठाकरे को नसीहत देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को विधानसभा को भंग करने की सिफारिश करनी चाहिए. जनता की अदालत सबसे बड़ी अदालत होती है. उन्हें जनता के बीच जाना चाहिए. वहीं, उन्होंने उम्मीद जताई कि जनता का मैंडेट फिर बीजेपी के षड्यंत्र के खिलाफ मिलेगा.

कांग्रेस ने किया गठबंधन धर्म का पालन
आचार्य ने सीबीआई और ईडी की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, "कांग्रेस परिवार को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र किए जा रहे हैं. एजेंसी का दुरुपयोग किया जा रहा है. कांग्रेस ने शिवसेना का साथ नहीं छोड़ा है. कांग्रेस ने गठबंधन धर्म का पूरा पालन किया हैं.

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