यूपी में शिक्षकों के 50 हजार पद खाली, पर भर्ती क्‍यों नहीं? TET, CTET के छात्रों ने SCERT कार्यालय का घेराव किया
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यूपी में शिक्षकों के 50 हजार पद खाली, पर भर्ती क्‍यों नहीं? TET, CTET के छात्रों ने SCERT कार्यालय का घेराव किया

69000 Teacher Recruitment : खाली पड़े शिक्षकों की भर्ती की मांग को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे छात्रों का सब्र का बांध गुरुवार को टूट गया. सैकड़ों की संख्‍या में छात्र लखनऊ स्थित SCERT कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. 

यूपी में शिक्षकों के 50 हजार पद खाली, पर भर्ती क्‍यों नहीं? TET, CTET के छात्रों ने  SCERT कार्यालय का घेराव किया

New Teacher Recruitment in UP : यूपी के प्राइमरी स्‍कूलों में खाली पड़े शिक्षकों की भर्ती की मांग को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे छात्रों का सब्र का बांध गुरुवार को टूट गया. गुरुवार को सैकड़ों की संख्‍या में छात्र लखनऊ स्थित SCERT कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. 

SCERT कार्यालय का घेराव किया 
दरअसल, 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में हाईकोर्ट के आदेश के बाद से खारिज हुई 6800 OBC वर्ग के अभ्यर्थियों की सूची पर घमासान जारी है. गुरुवार को लखनऊ स्थित SCERT कार्यालय का घेराव किया. छात्रों का कहना है लाखों छात्र CTET और TET कर चुके हैं. यूपी के स्‍कूलों में 50 हजार से ज्‍यादा पद खाली है. बावजूद इसके पिछले पांच वर्षों से नई शिक्षक भर्ती नहीं हुई. 

विपक्ष का साथ मिलने पर आंदोलन को मिल रहा बल 
अभ्यर्थियों की मांग है कि उत्तर प्रदेश में नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर विज्ञापन जल्‍द जारी किया जाए. विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों से पुलिस की झड़प भी हुई. इस बीच प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को विपक्षी दलों का साथ मिलने के बाद उनके प्रदर्शन को और बल मिलता दिख रहा हैं. बुधवार को अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास पर जोरदार प्रदर्शन किया था. इसके बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अभ्यर्थियों के पक्ष में ट्वीट किया था. इसके अलावा भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने इस मामले में OBC अभ्यर्थियों के पक्ष में आवाज बुलंद करते हुए सरकार का निशाना साधा है. 

यह है पूरा मामला 
अभ्यर्थियों का कहना हैं कि 69 हजार पदों पर भर्ती के दौरान OBC आरक्षण के नियमों की अनदेखी की गई है. आयोग के हस्तक्षेप के बाद सरकार ने माना था कि इसमें चूक हुई है. बाद में इस वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों की अलग से लिस्ट जारी करके सरकार ने भर्ती करने का भरोसा दिया. इस बीच मामला कोर्ट पहुंचा था इसके बाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने 6800 अभ्यर्थियों की लिस्ट खारिज कर दी थी. 

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