Akhilesh Yadav : अखिलेश यादव शनिवार को सपा कार्यालय पहुंचे. यहां सपा अध्यक्ष ने खजांची को लड्डू खिलाकर कविता भी सुनाई. इस दौरान योगी सरकार पर निशाना भी साधा.
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Akhilesh Yadav Press Conference: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नोटबंदी को लेकर एक बार फिर सरकार पर हमला बोला है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के सियासी बयानों को लेकर प्रतिक्रिया दी है. दरअसल, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार को लखनऊ स्थित सपा कार्यालय पर खजांची का 8वां जन्मदिन मनाने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर हमला बोलते हुए कहा कि नोटबंदी के किसी भी दावे को सरकार पूरा नहीं कर पाई. नोटबंदी केवल दिखावटी बनकर रह गई. एक स्लो पॉइजन के जैसे इसने किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार सभी को शिकार बनाया.
अखिलेश यादव ने सुनाई कविता
अखिलेश यादव ने खजांची को लड्डू खिलाकर कविता भी सुनाई. इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि हम सब लोग खजांची को बधाई देने के लिए इकट्ठा हुए हैं. खजांची जितना बड़ा हुआ है नोट बंदी की नाकामी उतनी दिखाई देने लगी है. नोट बंदी भ्रष्टाचार भाजपा दिखाई देने लगा है. नोटबंदी केवल दिखावटी बनकर रह गई है. नोट बंदी का असर स्लो पॉइजन जैसा था, जो नौकरी पेशा दुकानदार, पटरी रेडी सबको शिकार बनाया. नोटबंदी से कोई ऐसा नहीं जिसको क्षति न पहुंची हो.
सरकार को खजांची का ख्याल रखना चाहिए
अखिलेश यादव ने कहा कि ये जन्मदिन हम लोगों से ज्यादा भाजपा को मनाना चाहिए. खजांची का जन्मदिन इसीलिये मनाया जाता है
कि खजांची बैंक में पैदा हुआ था उस बैंक को इसकी पढ़ाई का ख्याल रखना चाहिए था. भाजपा को इसके भविष्य की चिंता करना चाहिए था. एनकाउंटर वालों काम डाउन शुरू हो गया. बहुत दिन वह सरकार में रहने वाले नहीं हैं. उनकी भाषा बदल गई है मन की कुटलता बदल गई है. जिन्होंने खुद के मुकदमे हटवाए हों अगर कम बोलेंगे तो सच्चाई छुपी रहेगी.
सरकार संतों में भी झगड़ा करवा रही
अखिलेश यादव ने कहा कि संतों में भी झगड़ा कराने का काम सरकार के लोग करवा रहे हैं. हमारे यहां कहा जाता है जो जितना बड़ा संत होता है वह कम बोलता है. बोलता है तो जन कल्याण के लिए बोलता है. इनकी योग्यता जानना चाहिए जिस तरह की है. व्यक्ति वस्त्रों से नहीं वचन से योगी होता है. ये बर्बादी का अमृत काल है. कलयुग में सब उल्टा होता है ये लोग सब उल्टा कर रहे हैं. मुनि और मौनी की परंपरा है. मृदु भाषी कटु भाषी बन गए हैं. परोपकारी लोग अत्याचारी का काम कर रहे हैं. जिनका काम विकास का है वह बुलडोजर चलवा रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर कार्रवाई पर जुर्माना लगाया
सपा अध्यक्ष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो इस सरकार को कहा किसी सरकार को नहीं कहा. सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर की कार्यवाई पर 25 लाख का जुर्माना लगाया है. सरकार अहंकार में संविधान भूल गई है. सरकार बुलडोजर से चलाई जा रही है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा आप मनमानी नहीं कर सकते हैं. घर खाली करने का समय नहीं देते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप नोटिस नहीं देते हैं सरकार को अपमान झेलना पड़ रहा है. जिस सरकार को न्याय का उदाहरण बननी चाहिए, वह सरकार अन्याय कर रही है. पुलिस छापे मारती थी अब पुलिस पर छापे पड़ रहे हैं.
सीएम कार्यालय के बाहर महिलाएं आत्मदाह कर रही हैं
सपा अध्यक्ष ने कहा कि जहां बहुत कुछ मिलना चाहिए वहां कुछ मिलता ही नहीं है. जब सरकार में ये आये उस समय के और आज के आंकड़े देखे तो महंगाई बेरोजगारी बढ़ गई है. जितनी महिलाएं बेटियां मुख्यमंत्री कार्यालय पर आत्मदाह करने आई है. किसी सरकार में नहीं आई है. सीएम कार्यालय के बगल में कितने बड़े खंबे पर न्याय के लिए आदमी चढ़ रहा है. डबल इंजन उल्टे लगे हैं. डबल इंजन एक दूसरे को उल्टा खींच रहे. सामाजिक सौहार्द की बारूदी सुरंग बना रहे हैं. एनकाउंटर वाली सरकार का काम डाउन शुरू हो गया है. उपचुनाव से इसकी शुरुवात होगी. अब भाजपा की भाषा बदल गई है.