Swami Prasad Maurya: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर दिया विवादित बयान, बोले- कुत्तों के भौंकने से....
Advertisement

Swami Prasad Maurya: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर दिया विवादित बयान, बोले- कुत्तों के भौंकने से....

Swami Prasad Maurya: स्वामी प्रसाद मौर्य ने विरोधियों पर पलटवार करते हुए एक बार फिर विवादित बयान दे डाला है. 

फोटो क्रेडिट- ट्विटर.

Swami Prasad Maurya: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) विवादों में घिरे हुए हैं. सपा नेता की बयानबाजी लगातार जारी है. रामचरितमानस पर विवादित (Ramcharitmanas Row) बयान देने के बाद उन्होंने संतों, महंतों और धर्माचार्यों के बयानों पर पलटवार किया. वहीं बीजेपी (BJP) ने जब साधु-संतों को दिए गए बयान पर सपा से जवाब मांग तो स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से पलटवार किया है.

मैं नहीं बदलूंगा अपनी बात: स्वामी प्रसाद मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए कहा, "धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करता रहूँगा, जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलती उसी प्रकार इनको सम्मान दिलाने तक मैं भी अपनी बात नहीं बदलूंगा."

इससे पहले सपा नेता ने कहा था, "देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों के सम्मान की बात क्या कर दी, मानो भूचाल आ गया. एक-एक करके संतो, महंतों, धर्माचार्यों का असली चेहरा बाहर आने लगा. सिर, नाक, कान काटने पर उतर आये. कहावत सही है कि मुंह में राम बगल में छुरी. धर्म की चादर में छिपे, भेड़ियों से बनाओ दूरी."

लगातार जारी है बयानबाजी 
सपा नेता संतो, महंतों और धर्माचार्यों के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा था, "अभी हाल में मेरे दिये गये बयान पर कुछ धर्म के ठेकेदारों ने मेरी जीभ काटने एवं सिर काटने वालों को इनाम घोषित किया है, अगर यही बात कोई और कहता तो यही ठेकेदार उसे आतंकवादी कहते, किंतु अब इन संतों, महंतों, धर्माचार्यों व जाति विशेष लोगों को क्या कहा जाए आतंकवादी, महाशैतान या जल्लाद."

यह भी पढ़ें- Lucknow Acid Attack: एसिड अटैक की घटना से लखनऊ में सनसनी, दबंगों ने घर में घुसकर मां-बेटे पर फेंका तेजाब

धीरेंद्र शास्त्री पर भी बोला हमला
सपा एमएलसी ने परोक्ष रूप से धीरेंद्र शास्त्री पर हमला बोलते हुए ट्वीट कर कहा, "अभी तक शूद्र वर्ण व्यवस्था का एक अंग था और अब हनुमान धाम के शास्त्री के अनुसार संतुलन खोने वाला शूद्र होता है. नए ज्ञान के लिए धन्यवाद, मतलब यह मान लें कि मेरे बयान पर जिन संतों, महंतों, धर्माचार्यों व जाति विशेष ने पागलों की तरह संतुलन खोकर अनाप-शनाप कहा है वह सभी शूद्र व नीच हैं."

रामचरितमानस को लेकर दिया था विवादित बयान
बता दें कि पूर्व मंत्री समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि रामचरितमानस के कुछ हिस्सों पर मुझे आपत्ति है. सपा नेता ने कहा, रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है. तुलसीदास की रामायण में कुछ ऐसे अंश हैं, जिन पर हमें आपत्ति है. किसी भी धर्म में किसी को गाली देने का हक नहीं है. तुलसीदास की रामायण में चौपाई है. इसमें वह शूद्रों को अधम जाति का होने का सर्टिफिकेट दे रहे हैं. धर्म के नाम पर विशेष जाति का अपमान किया गया है. तुलसीदास ने ग्रंथ को अपनी खुशी के लिए लिखा था. करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते. इस ग्रंथ को बकवास बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए.  

यह भी पढ़ें- Meerut:मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो के खिलाफ जल्द जारी हो सकता है रेड कॉर्नर नोटिस, आज तक नहीं आया पुलिस के हाथ

यह भी देखें- Economic Survey: क्या होता है इकोनॉमिक सर्वे, बजट से पहले क्यों किया जाता है पेश, जानिए आसान भाषा में

Trending news