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Remedies for Sour Belching: भयंकर एसिडिटी से पेट जल रहा है और आ रही खट्टी डकार? डाइट प्लान में करें ये छोटे बदलाव

Best Home Remedies For Acid Reflux: आज के समय में लोगों की खान पान से जुड़ी आदत बिगड़ चुकी है जिसका नींद पर भी असर पड़ता है और फिर एसिडिटी की प्रॉब्लम होने लगती है. आइए जानें कि इसके लिए डाइट क्या होने चाहिए.

सीधा असर हमारी सेहत पर

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सीधा असर हमारी सेहत पर

दरअसल, कई खान-पान और हेल्थ टिप्स हैं जिसको अपनाकर गैस और कब्ज की समस्या से निजात पाया जा सकता है. ऐसी समस्याओं को अनदेखा करने से इसका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ सकता है.

कम सेवन और खराब डाइट

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कम सेवन और खराब डाइट

आजकल अधिकतर लोगों की लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है कि इसका बुरा असर सेहत पर पड़ता है. खान-पान की आदतें बिगड़ने से नींद में कमी आती है जिससे कई दिक्कतें होती हैं लेकिन पानी के कम सेवन और खराब डाइट से एसिडिटी की परेशानी खड़ी हो जाती है. 

मेटाबोलिक रेट धीमी

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मेटाबोलिक रेट धीमी

जब हम लंबे समय तक कुछ नहीं खाते हैं तो हमारी मेटाबोलिक रेट धीमी होने लगती है और फिर गैस और कब्ज की दिक्कत खड़ी हो जाती है. ऐसे में खानपानी से जुड़ी कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

जंकफूड और चायनीज़ फूड

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जंकफूड और चायनीज़ फूड

हेल्थ एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि एसिडिटी की समस्या होने पर तीन लीटर पानी (लगभग 12 ग्लास) एक दिन में पीना जरूरी है. फास्टफूड, जंकफूड और चायनीज़ फूड जैसे फास्टफूड से दूरी बनानी चाहिए.

फास्टफूड और जंकफूड से दूरी बनाएं

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फास्टफूड और जंकफूड से दूरी बनाएं

फास्टफूड व जंकफूड से दूरी तो बनाएं ही इसके अलावा मैदा के साथ ही ग्लूटेनवाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना और रात के समय चावल का सेवन न करना जरूरी है.

डेयरी उत्पादों से एसिडिटी

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 डेयरी उत्पादों से एसिडिटी

कुछ लोगों को डेयरी उत्पादों से एसिडिटी होने लगती है, ऐसे लोगों को दूध, दही व पनीर का सेवन कम से कम करना चाहिए. अगर दूध का सेवन करना ही है तो दूध में सौंफ डालें. इससे एसिडिटी की दिक्कत दूर हो जाएगी.

अजवाइन, सौंफ, जीरा

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अजवाइन, सौंफ, जीरा

एसिडिटी के दौरान अगर अजवाइन और सौंफ का सेवन करें तो यह बहुत फायदेमंद होगा. खाने में जीरा व हींग का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. हालांकि गर्भवती महिलाओं को हींग के सेवन से बचना चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

गेहूं की जगह ज्वार, बाजरा

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गेहूं की जगह ज्वार, बाजरा

फाइबर बढ़ाने के लिए मल्टीग्रेन का सेवन कर सकते हैं. गेहूं की जगह ज्वार, बाजरा के साथ ही रागी का इस्तेमाल सही हो सकता है. दिन में चावल का सेवन ठीक हो सकता है लेकिन रात में नहीं. सेब और पपीता एसिडिटी से राहत पाने में मदद कर सकती है.

डिस्क्लेमर

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डिस्क्लेमर

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह व सुझाव केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है. इन्हें पेशेवर चिकित्सा की सलाह के तौर पर न लें. कोई भी सवाल या परेशानी होने पर हमेशा अपने डॉक्टर और एक्सपर्ट से सलाह लें.