बदलते दौर में बढ़ते प्रदुषण से आज के समय में हर व्यक्ति परेशान है. इस दौर में खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि इस प्रदुषण में किन चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए.
काली मिर्च को मसालों का राजा कहा जाता है. काली मिर्च के पाउडर के साथ शहद मिलाकर खाने से प्रदुष की वजह से सीने में जमे कफ से आराम मिलता है. बढ़ते वायु प्रदुषण की वजह से सांस लेने में हो हुई दिक्कत से भी छुटकारा मिलता है.
बदलते मौसम में अदरक का सेवन सीजनल संक्रमण से बचाने तथा हमारी इम्यूनिटी को मजबूत करने में सहायक होता है. अदरक को आप चाय या शहद के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं. बदलते मौसम की वजह से अगर आपको खांसी सर्दी भी होती है, तो अदरक उसमें सहायक होता है.
खाने के बाद गुड़ का सेवन करना सेहत के बेहद लाभकारी माना जाता है. यह पाचन में मदद करके शरीर को मेटाबॉलिज्म को ठीक रखता है. आयुर्वेद के मुताबिक फेफड़ों से जुड़ी समस्या में गुड़ का इस्तेमाल बेहद फायदेमंद होता है. यह सांस से जुड़ी समस्याओं में भी गुणकारी है. गुड़ के रोजाना सेवन करने से अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसे सांस से जुड़ी बीमारी से निजात पाने में मदद मिलता है.
हल्दी में मौजूद एंटी- एफ्लामेटरी गुण करक्यूमिन फेफड़ों को प्रदुषणों के जहरीले प्रभाव से बचाने में मदद करते हैं. वायु प्रदुषण की वजह से प्रदुषण की वजह से फेफड़ों में होने वाली जलन और खांसी से राहत पाने के लिए हल्दी और घी के मिश्रण का सेवन करें.
जैतून के तेल में विटामिन ई पाया जाता है, जो फेफड़ों की समस्या को दूर करके इस क्रिया को सतत रूप से करने में मदद करता है. जैतून की तेल में पाया जाने वाला फैटी एसिड शरीर के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है.