Constipation And Acidity: पेट शरीर का इंजन है, पेट की समस्याएं अच्छे स्वास्थ्य को भी खराब कर देती हैं. देश की आधी से ज्यादा जनसंख्या पेट की समस्या से परेशान है. यहां कुछ ऐसी आयुर्वेदिक बूटियों के बारे में जानकारी दी गई है जिनके प्रयोग के बाद पेट की हर समस्या खत्म हो जाएगी....
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Ayurvedic Remedies for Constipation: क्या आपके पेट में भी नियमित कब्ज और गैसी रहती है? क्याअपच और किसी भी भोजन को पचाने में परेशानी होना? क्या आपका भी सुबह पेट साफ नहीं हो पाता और दिन भर एसिडिटी बनी रहती है? क्या आपने भी एलोपैथिक, होम्योपैथिक सभी तरह के उपाय आजमा लिए और आपको वो फायदा नहीं मिल पा रहा है जो आप चाहते हैं. क्या आपने भी असली समस्या का पता लगाने के लिए सोनोग्राफी और एंडोस्कोपी कराने में हजारों रुपये खर्च कर दिए हैं? क्या आप भी चिंतित हैं कि आपके पेट की समस्याओं को कम करने का कोई उपाय नहीं है?
उदर की हर परेशानी के लिए आपको इन बूटियों को सेवन आपको किसी आयूर्वेद के जानकार की सलाह से करना है. यह पूरा कोर्स 45 दिन का है. इसका सेवन आपको हमेशा सुबह और शाम खाने के साथ करना है. यहां इन बूटियों के बारे में जानकारी दी जा रही है.
त्रिफला
त्रिफला का शाब्दिक अर्थ हैं तीन फलों का मिश्रण. आंवला, हरीतकी और बिभीतकी को मिलकर त्रिफला बनाया जाता है. यह पाचन के लिए एक सबसे बढ़िया आयुर्वेदिक उपचार है. त्रिफला का सेवन मल त्याग में सुधार और कब्ज दूर करने के लिए किया जाता है. यह शरीर से गंदे पदार्थों को निकालकर पाचन स्वास्थ्य में सुधार करने में भी मदद करता है. सीमित मात्रा में इसका सेवन पेट को जरूर लाभ देगा.
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अंजीर
अंजीर कब्ज की समस्या को दूर करने में कारगर है. अंजीर में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाए जाते हैं. इसके लिए हल्के गर्म पानी में भीगे हुए अंजीर मिलाकर इसका सेवन करें. इससे तुरंत कब्ज से राहत मिलती है.
मुलेठी
मुलेठी पाचन शक्ति को ठीक करने के सबसे असरदार आयुर्वेदिक बूटी है. यह पेट के लिए काफी लाभदायक होता है. इसके लिए पहले आधा चम्मच मुलेठी पाउडर को गुड़ में मिला लें. अब इस मिश्रण को एक कप गुनगुने पानी के साथ सेवन करें. इससे आपको काफी राहत मिलेगी.
बेल का फल
कब्ज की समस्या से निजात पाने के लिए बेल के फल सबसे फायदेमंद औषधी है.अगर आपको कब्ज की समस्या है तो शाम को खाने से पहले आधा कप बेल के गूदे को एक चम्मच गुड़ के साथ खाएं. आप बेल के रस को थोड़े से इमली के पानी और गुड़ के साथ मिलाकर भी बेल के शरबत का सेवन कर सकते हैं. यदि आप डायबिटीज के रोगी हैं तो बेल का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर करें. बेल का बहुत अधिक मात्रा में सेवन करने से बचें क्योंकि यह आपके पेट को और खराब कर सकता है.
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है. जी उत्तर प्रदेश/ उत्तराखंड इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें.