Weekly Vrat Festivals List: सावन के पवित्र महीने में इस सप्ताह 29 जुलाई से 3 सितंबर के बीच शिवरात्रि के अलावा भी कई प्रमुख व्रत और पर्व पड़ रहे हैं, यहां देखिये पूरी लिस्ट.
Trending Photos
Weekly Vrat Festivals List: सावन का पवित्र महीना चल रहा है इसलिए इस सप्ताह पड़ने वाला सबसे बड़ा पर्व शिवरात्रि है. इसके अलावा श्रावण मास की अमावस्या भी है. तो आइये विस्तार से आपको बताते हैं आने वाले सप्ताह यानी 29 जुलाई से 4 सितंबर के बीच कौन-से व्रत त्योहार पड़ रहे हैं जिनका हिंदू धर्म में बहुत महत्व है.
सावन का दूसरा सोमवार: 29 जुलाई 2024
सावन का सोमवार हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है. इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. भक्तगण उपवास रखते हैं और शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं. माना जाता है कि इस दिन पूजा करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सभी कष्ट दूर होते हैं. सावन के सोमवार को शिव भक्त विशेष ध्यान, भजन, कीर्तन और मंत्र जाप करते हैं, जिससे मन को शांति और आत्मा को शुद्धि मिलती है.
प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष): 1 अगस्त 2024
प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण व्रत है, जो हर महीने की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है. कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत 1 अगस्त को है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. व्रत रखने वाले व्यक्ति संध्या समय शिवलिंग का अभिषेक करते हैं और प्रदोष काल में पूजा-अर्चना करते हैं. इस व्रत को रखने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है.
ये भी पढ़ें: मेष, वृषभ और कुंभ राशि वालों पर इस सप्ताह बरसेगी भोलेनाथ की कृपा, जानें कैसा रहेगा बाकी राशियों का हाल
मासिक शिवरात्रि: 2 अगस्त 2024
मासिक शिवरात्रि हर महीने की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है, और इस बार यह 2 अगस्त को है. इस दिन भक्त भगवान शिव की विशेष पूजा करते हैं और रातभर जागरण करते हैं. उपवास और रातभर कीर्तन-भजन से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है. मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से समस्त पापों का नाश होता है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
श्रावण अमावस्या: 4 अगस्त 2024
श्रावण मास की अमावस्या, जिसे श्रावण अमावस्या भी कहते हैं, 4 अगस्त को है. यह दिन पितृ तर्पण और दान-पुण्य के लिए विशेष महत्व रखता है. इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और पितरों के लिए तर्पण करते हैं. श्रावण अमावस्या को भगवान शिव की पूजा भी विशेष रूप से की जाती है. माना जाता है कि इस दिन दान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है.
इन चारों पर्वों और व्रतों के माध्यम से सावन में भक्तगण भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं. सावन मास का समय भगवान शिव की आराधना के लिए अत्यंत शुभ और फलदायक माना गया है.
Disclaimer: यह जानकारी विभिन्न स्रोतों से एकत्रित की गई है और मान्यताओं पर आधारित है. Zee UP/UK इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता.
ये भी पढ़ें : शादी, संतान और सेहत... किस समस्या में कौन सा रुद्राक्ष सावन में करें धारण