Shardiya Navratri 2023 Day 4: नवरात्रि के चौथे दिन करें मां कूष्मांडा की पूजा, जानें पूजा विधि-मंत्र और भोग
Advertisement

Shardiya Navratri 2023 Day 4: नवरात्रि के चौथे दिन करें मां कूष्मांडा की पूजा, जानें पूजा विधि-मंत्र और भोग

Shardiya Navratri Day 4: शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन कूष्मांडा देवी की विधि विधान से पूजा की जाती है... मां दुर्गा के सभी स्वरूपों में मां कूष्मांडा का स्वरूप सबसे उग्र माना गया है...

Shardiya Navratri 2023 Day 4: नवरात्रि के चौथे दिन करें मां कूष्मांडा की पूजा, जानें पूजा विधि-मंत्र और भोग

Navratri 4th Day 2023: हिंदू धर्म में नवरात्रि के नौ दिन शक्ति की साधना के लिए बेहद शुभ माने गए हैं. ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से पूजा करता है उस पर मां भगवती दुर्गा पूरे साल अपनी कृपा बरसाती हैं. पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व इस साल आश्विन मास के शुक्लपक्ष की प्रतिपदा यानि 15 अक्टूबर 2023, रविवार के दिन प्रारंभ हो गया है जो 24 अक्टूबर 2023, मंगलवार तक चलेगा. नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा की जाती है. कूष्मांडा देवी को ब्रह्मांड की आदिशक्ति माना जाता है.  मां दुर्गा के सभी स्वरूपों में मां कूष्मांडा का स्वरूप सबसे उग्र माना गया है.

मां कुष्मांडा (चौथा दिन) 
18 अक्टूबर 2023

कूष्मांडा की पूजा विधि
शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन सुबह उठकर साफ कपड़े पहनें और मां का ध्यान करें. देवी कूष्मांडा की पूजा करते समय पीले रंग के वस्त्र पहनें. मां कुष्मांडा को पीला रंग प्रिय है.  पूजा के समय देवी को चंदन, कुमकुम, मौली, अक्षत चढ़ाएं. फिर  पान के पत्ते पर थोड़ा सा केसर लेकर ऊँ बृं बृहस्पते नम: मंत्र का जाप करते हुए देवी को अर्पित करें. शास्त्रों में निहित है कि मां कूष्मांडा को मालपुए पसंद है. तः मां को प्रसाद में मालपुए जरूर भेंट करें.दुर्गा सप्तशती या सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करें. माना जाता है कि कुष्मांडा माता की पूजा करने से बुद्धि में वृद्धि होती है. अगर कोई  लंबे समय से बीमार है, तो मां कूष्मांडा की विधि-विधान से की गई पूजा उस व्यक्ति को अच्छी सेहत देती है.

नवरात्रि में ॐ का चिन्ह का अचूक उपाय चमकाएगा किस्मत, झोली भर मिलेंगी खुशियां

मां कुष्मांडा देवी का मंत्र
सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपाद्मभ्यां कुष्मांडा शुभदास्तु मे।।

कूष्मांडा मां का स्वरूप
मां कुष्मांडा की 8 भुजाएं हैं. इसलिए यह अष्टभुजा भी कहलाईं. इनके आठ हाथों में कमण्डल, धनुष, बाण, कमल-पुष्प अमृतपूर्ण कलश, चक्र, गदा और माला है. इनका वाहन सिंह है. मां कुष्मांडा का वास सूर्यमंडल के भीतर है. इनके आठवें हाथ में सभी तरह की श्रद्धियाँ सिद्धियाँ देने वाली जप की माला है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा.

नवरात्रि में बस 1 जोड़ी लौंग की आहुति से चमकेगी किस्मत, आजमाकर देखें ये उपाय

लौंग-कपूर का धुआं उड़ा देगा जिंदगी की सारी परेशानी 

Trending news