Budh gochar 2024: ज्योतिषियों की मानें तो सावन में बुध देव (Budh Vakri 2024 Effects) सूर्य की राशि यानी सिंह में प्रवेश करने वाले हैं इससे 4 राशियों पर प्रभाव पड़ने वाला है.
राशि चक्र की सभी राशियों पर इससे अनुकूल और प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है. हालांकि राशिचक्र की 4 राशियां ऐसी हैं जिनके जातकों को अधिक सावधान रहने की जरूरत है.
बुध देव 5 अगस्त को अपनी चाल सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर बदलेंगे. वर्तमान में बुध देव सिंह राशि में मार्गी चाल पर है और 5 अगस्त की सुबह 10 बजकर 25 मिनट से इनकी चाल वक्री (उल्टी) हो जाएगी.
कमजोर बुध से जातक को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कारोबार में परेशानियों का सामना हो या रिश्तेदारों के साथ संबंध बिगड़ने की बात. कई दिक्कतें से दो चार होना पड़ता है.
बुध देव की चाल 28 अगस्त तक वक्री ही रहेगी. अगले दिन 29 अगस्त को देर रात 02 बजकर 43 मिनट फिर से बुधदेव मार्गी हो जाएंगे.
मेष राशि- मेष राशि के जातकों को सतर्क रहने की जरूरत है. मेष के स्वामी मंगल हैं और बुध के साथ इनकी शत्रुता ऐसे में अधिक सावधान रहे. कटु शब्द न कहें. व्यवहार में विनम्रता रखें. निर्णय जल्दी न लें. सबके लिए आदर भाव रखें
वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि के स्वामी ग्रह भी मंगल ही हैं, ऐसे में इनकी भी शत्रुता है तो इस वक्री चाल के दौरान इन जातकों को सावधान रहाना होगा. सोच समझ कर फैसले लेने होंगे. शिवजी का अभिषेक करने से लाभ होगा.
कर्क राशि- कर्क राशि के जातक को भी सावधान रहना होगा. इस समयावधि में शिव की विशेष पूजा करें. कारोबार में निवेश कर रहे हैं तो बड़े-वृद्ध से अवश्य सलाह लें. सावन सोमवार पर भगवान शिव को गंगाजल अर्पित करें.
मीन राशि- बुध देव मीन राशि में नीच के होते हैं. इन जातकों को कारोबार में कठिन समय देखना पड़ सकता है. उधार न दें. नया काम शुरु करने से पहले सोच लेंय वाणी पर संयम रखें. गंगाजल में दूर्वा मिलाकर शिवजी का अभिषेक करें.
डिस्क्लेमर: यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.