Rakhi Utarne ke Niyam: पूरे देश में राखी का पर्व बहुत धूम धाम से मनाया गया. बहनों ने भाई की कलाई पर राखी बांधी. क्या आप जानते हैं कि राखी पहनने के नियम जैसे शुभ अशुभ मुहूर्त होता है उसी तरह राखी को उतारने के भी नियम होते हैं. ज्योतिष में राखी उतारने को लेकर भी नियम बताए गए हैं.
रक्षाबंधन का पर्व 19 अगस्त को पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया. भाई-बहनों के पवित्र प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन हर वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है. भद्रा लगने की वजह से राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 01:25 मिनट से रात 09:36 मिनट के बीच रहा.
राखी भाइयों की कलाई पर सज गई. कई लोगों को यह नहीं पता होता कि हाथ पर राखी कितने दिनों तक बंधी रहनी चाहिए. कहने का मतलब है कि राखी कब खोल देनी चाहिए. राखी टूट गई है या खुल गई है तो क्या करना चाहिए. वास्तु और ज्योतिष में इसके यानी राखी को लेकर कुछ नियम बनाए गए हैं. अगर टूट गई है राखी तो क्या करें?
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, राखी बांधने से लेकर उतारने तक के नियम होते हैं. ऐसे में इनका पालन करना बेहद जरूरी होता है. अगर ऐसा नहीं करते हैं तो वास्तु दोष का खतरा बढ़ सकता है.इसलिए, यदि आप नियम को मानते हैं तो रिश्तों में मधुरता आती है. साथ ही तरक्की के मार्ग खुलते हैं. वहीं, बंधी हुई राखी को नियमानुसार प्रवाह नहीं किया जाए तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो सकता है.
रक्षाबंधन के बाद राखी उतारने का कोई दिन या समय निश्चित नहीं है, लेकिन मान्यताओं के अनुसार, 24 घंटे के बाद ही राखी उतारनी चाहिए. कुछ लोग राखी को साल भर हाथ पर बांध कर रखते हैं. लेकिन ऐसा करना ज्योतिष में अशुभ माना गया है.
वहीं, कुछ जगहों पर जन्माष्टमी के दिन भी राखी उतारने की परंपरा है. आप जन्माष्टमी पर राखी बांधकर रखें या उससे पहले उतार लें. लेकिन, ध्यान रखें कि पितृपक्ष शुरू होने से पहले जरूर राखी उतार दें.
ऐसा माना जाता है कि पितृपक्ष के दौरान यदि आप राखी पहनते हैं, तो वह अशुद्ध हो जाती है. वास्तु और ज्योतिष के अनुसार इसका जीवन पर गलत असर पड़ सकता है.
कई लोगों में देखा जाता है कि राखी को हाथ से उतारकर घर में कहीं भी रख देते हैं, लेकिन ऐसा करना अशुभ माना जाता है. ज्योतिष के अनुसार जब भी राखी उतारें तो उसका विधि-विधान से विसर्जन करें.
इसलिए रक्षाबंधन के 24 घंटे बाद या जन्माष्टमी के दिन जब भी आप राखी उतार रहे हैं, तो उसका विसर्जन जरूर करें. अगर आप राखी का विसर्जन नहीं कर पा रहे हैं तो किसी पेड़ पर बांध सकते हैं.
अगर किसी ने धातू यानी सोने और चांदी की राखी पहनी हुई है तो उस राखी का विसर्जन करने की जरुरत नहीं है. इस राखी को आप पूरे साल पहन सकते हैं.
यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ZEE UPUK किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.