Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता ट्रेनी महिला डॉक्टर से रेप और मर्डर केस की गुत्था सुलझाने के लिए मामले की जांच सीबीआई में भ्रष्टाचार निरोधक ब्योरो (एसीपी) में डीसीपी सीमा पाहुजा को सौंपी गई है, जिनकी गिनती तेजतर्रार अफसरों में होती है.
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी महिला डॉक्टर से रेप और हत्या का मामला गरमाया हुआ है. मामले की जांच को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.
कोलकाता ट्रेनी महिला डॉक्टर से रेप और मर्डर केस की गुत्था सुलझाने के लिए मामले की जांच सीबीआई में भ्रष्टाचार निरोधक ब्योरो (एसीपी) में डीसीपी सीमा पाहुजा को सौंपी गई है, जिनकी गिनती तेजतर्रार अफसरों में होती है.
सीबीआई की तेजतर्रार अफसर सीमा पाहुजा इससे पहले कई केस की गुत्थी को सुलझा चुकी हैं, जिसमें हाथरस गैंगरेप और हिमाचल में छात्रा से रेप और मर्डर केस में वह सजा दिला चुकी हैं.
पाहुजा की छवि ईमानदार अफसरों में होती है. वह कई वर्षों तक सीबीआई की स्पेशल क्राइम यूनिट में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं. उनको ऐसे मामलों की जांच सौंपी जाती है जिनकी गुत्थी बेहद पेंचीदा होती है.
उनको 2007 लेकर 2018 के बीच में दो बार उत्कृष्ट कार्य के लिए गोल्ड मेडल मिल चुका है. 2007 में हरिद्वार में डबल मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने और 2018 में उनको हिमाचल के गुड़िया रेप-मर्डर केस में बेस्ट इंवेस्टिगेशन के लिए गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया.
पाहूजा को उनके सराहनीय कार्य के लिए 2014 में 15 अगस्त को पुलिस पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है. वर्तमान में सीमा पाहुजा गाजियाबाद सीबीआई यूनिट में भ्रष्टाचार निरोधक ब्योरो (एसीपी) में डीसीपी के पद पर तैनात हैं.
हाथरस में 14 सितंबर 2020 को यूपी के हाथरस में एक दलित युवती के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई थी. 29 सिंतबर को युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई. पीड़ित परिवार ने उनकी इच्छा के खिलाफ रात में युवती अंतिम संस्कार करने का आरोप लगाया था.
9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव मिला था. जिसके साथ 8 अगस्त को कथित तौर पर रेप किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीड़िता की हत्या गला घोंटकर होना सामने आई, जिससे पहले उसके साथ रेप हुआ था.
सीमा पाहूजा के साथ आईपीएस संपत मीणा भी कोलकाता रेप-मर्डर केस की जांच करेंगी. वह हाथरस और उन्नाव रेप केस की जांच कर चुकी हैं. उन्होंने हाथरस केस में पाहूजा के साथ मिलकर काम किया था.