गुरु ग्रह अभी मीन राशि में विराजमान हैं. मई 2025 में वह मिथुन राशि में गोचर करेंगे. गुरु मिथुन राशि में पूरे एक साल डेरा डालेंगे.
ऐसे में किसी न किसी अन्य ग्रह के साथ गुरु की युति होती रहेगी. जिससे कई योग का निर्माण होगा. इनका असर अलग-अलग जातकों पर पड़ेगा.
देव गुरु ब्रहस्पति 14 मई को वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे. यहां 28 मई को चंद्रमा वृषभ राशि से गोचर कर मिथुन राशी में प्रवेश करेंगे और 30 मई तक रहेंगे.
ऐसे में गुरु और चंद्रमा की युति भी होगी. जिससे गजकेसरी योग का निर्माण होगा.
इस योग को बेहद शुभ माना जाता है. 12 साल बाद गजकेसरी योग का निर्माण 28 मई को होने वाला है.
चलिए आइए जानते हैं गजकेसरी योग किन राशि के जातकों के लिए मंगलकारी साबित हो सकता है और खुशियां लेकर आ सकता है.
मिथुन राशि के लग्न भाव में गजकेसरी योग बनेगा. इस राशि के जातकों को इसका खास फायदा मिलेगा. शादीशुदा हैं तो घर में नया मेहमान आ सकता है. पढ़ाई कर रहे हैं तो इसमें सफलता मिलेगी. शादी को लेकर गुडन्यूज मिल सकती है. मान सम्मान में वृद्धि होगी.
सिंह राशि के एकादश भाव में यह राजयोग बनेगा. इस राशि के जातकों के लिए आर्थिक लाभ के रास्ते खुलेंगे. अचानक धनलाभ के योग बन रहे हैं. नौकरीपेशा हैं तो प्रमोशन हो सकता है. अविवाहितों को शादी को लेकर गुड न्यूज मिल सकती है.
तुला राशि के नवम भाव में गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है. इस राशि के जातकों को कार्यस्थल पर मान-सम्मान मिलेगा. बिगड़े हुए काम बनेंगे. शादीशुदा हैं तो घर में नया मेहमान आ सकता है. परिवार का साथ मिलेगा. आध्यात्म की ओर झुकाव बढ़ेगा.
इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. सूचना के विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों / पंचांग/ प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा.