Panchang 7 January 2024: पंचांग से जानें दिन का शुभ-अशुभ समय, जानें राहुकाल और कब होगा सूर्यास्त
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Panchang 7 January 2024: पंचांग से जानें दिन का शुभ-अशुभ समय, जानें राहुकाल और कब होगा सूर्यास्त

Aaj Ka Panchang 7 January 2024: आज पौष कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि और रविवार का दिन है. एकादशी तिथि आज रात 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगी.

 

 

 

Panchang 7 January 2024: पंचांग से जानें दिन का शुभ-अशुभ समय, जानें राहुकाल और कब होगा सूर्यास्त

Aaj Ka Panchang 7January 2024:  हिंदू कैलेंडर में पंचांग एक जरूरी हिस्सा होता है. यह महीने की तीस तिथियों और पांच अंगों (वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण) से मिलकर बनता है. दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में हर प्रकार की जानकारी प्रदान करता है. आइये जानते हैं 7 जनवरी 2024 का पंचाग... 

आज का पंचांग 7 जनवरी 2024- 7 January 2024 Ka Panchang Tithi in Hindi

वार: रविवार
07 जनवरी व्रत-त्यौहार: सफला एकादशी
तिथि एकादशी: 12:46 एएम जनवरी 08 तक
नक्षत्र विशाखा: 10:08 पीएम तक, अनुराधा
पक्ष: कृष्ण पक्ष
मास पौष

7 जनवरी  2024 का शुभ मुहूर्त

पौष कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि: 7 जनवरी 2024 को रात 12 बजकर 47 मिनट तक
विशाखा नक्षत्र:  7 जनवरी को रात 10 बजकर 8 मिनट तक 
बुध का धनु राशि में प्रवेश:  7 जनवरी को रात 8 बजकर 53 मिनट पर

राहुकाल का समय
दिल्ली: शाम 04:20 से शाम 05:38 तक
मुंबई:  शाम 04:52 से शाम 06:15 तक
चंडीगढ़:  शाम 04:18 से शाम 05:35 तक
लखनऊ: शाम 04:08 से शाम 05:27 तक
भोपाल: शाम 04:27 से शाम 05:48 तक
कोलकाता:  दोपहर बाद 03:45 से शाम 05:06 तक
अहमदाबाद:  शाम 04:47 से शाम 06:08 तक
चेन्नई: शाम 04:31 से शाम 05:56 तक 

सूर्योदय-सूर्यास्त का समय
सूर्योदय 06:45 AM
सूर्यास्त 05:23 PM
चंद्रोदय 03:28 AM,जनवरी 08

 

ग्रेगोरियन कैलेंडर के हिसाब से किसी महीने में 31 और किसी महीने में 1 दिन होते हैं. अगर हम हिंदू कैलेंडर की बात करें तो उसके हिसाब से हर माह में 1 दिन ही होते हैं, जिन्हें तिथि कहा जाता है. ये तिथियां दो पक्षों में होती हैं. इनमें से एक पक्ष को शुक्ल और एक पक्ष को कृष्ण कहा जाता है. ये 15-15 दिन के होते हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से इन तिथियों को प्रतिप्रदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी और एक पक्ष की आखिरी तिथि को अमावस्या और दूसरे पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा कहा जाता है. इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है. 

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है.  सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा. 

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