Aaj Ka Panchang 27 February: जानें मंगलवार का पंचांग, देखें तिथि, ग्रह, शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
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Aaj Ka Panchang 27 February: जानें मंगलवार का पंचांग, देखें तिथि, ग्रह, शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

Aaj Ka Panchang 27 February: हिंदू पंचांग के अनुसार, आज 27 फरवरी 2024, कृष्ण पक्ष, तृतीया तिथि है, आज मंगलवार है. अगर कोई शुभ कार्य करना चाहते हैं तो राहुकाल का समय जरूर नोट कर लें.

Aaj Ka Panchang 27 February: जानें मंगलवार का पंचांग, देखें तिथि, ग्रह, शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

Aaj ka Panchang 27 February​ 2024: हिंदू कैलेंडर में पंचांग एक जरूरी हिस्सा होता है. यह महीने की तीस तिथियों और पांच अंगों (वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण) से मिलकर बनता है. दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में हर प्रकार की जानकारी प्रदान करता है. आइये जानते हैं 27 February 2024 का पंचाग... 

27 फरवरी 2024 व्रत-त्योहार-वार

तिथि-मंगलवार

27 फरवरी 2024, कृष्ण पक्ष, तृतीया तिथि

वार: मंगलवार

नक्षत्र-हस्त नक्षत्र
पक्ष-कृष्ण पक्ष

राहुकाल:3:27 पीएम-4:53 पीएम
विक्रम संवत:विक्रम संवत् 2080

शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त: 12:11 पीएम– 12:56 पीएम
अमृत काल: 12:59 एएम – 02:47 AM
ब्रह्म मुहूर्त: 05:15 AM – 06:03 AM

राहुकाल अशुभ काल
राहू: 3:24 पीएम– 4:49 पीएम
यम गण्ड: 9:43 एएम– 11:08 AM
कुलिक: 12:33 पीएम– 1:59 पीएम
दुर्मुहूर्त:09:09 एएम– 09:54 एएम, 11:17 पीएम–12:08 एएम
वर्ज्यम्: 01:59 पीएम– 03:47 पीएम

चन्द्र मास
अमांत: माघ
पूर्णिमांत: फाल्गुन
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर): फाल्गुन 8, 1945
वैदिक ऋतु: शिशिर
द्रिक ऋतु : वसंत

ग्रेगोरियन कैलेंडर के हिसाब से किसी महीने में 31 और किसी महीने में 1 दिन होते हैं. अगर हम हिंदू कैलेंडर की बात करें तो उसके हिसाब से हर माह में 1 दिन ही होते हैं, जिन्हें तिथि कहा जाता है. ये तिथियां दो पक्षों में होती हैं. इनमें से एक पक्ष को शुक्ल और एक पक्ष को कृष्ण कहा जाता है. ये 15-15 दिन के होते हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से इन तिथियों को प्रतिप्रदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी और एक पक्ष की आखिरी तिथि को अमावस्या और दूसरे पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा कहा जाता है. इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है. 

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है.  सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा. 

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