पिछले दिनों गोंडा में चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी उतर गई थी. इसमें चार लोगों की मौत हो गई थी. वहीं दर्जन भर से ज्यादा घायल हो गए थे. चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही ट्रेन मोतीगंज झिलाही रेलवे स्टेशन के बीच गोसाई डिहवा गांव के पास पटरी से उतर गई थी.
इससे पहले 20 अगस्त 1995 को फिरोजाबाद में पुरुषोत्तम एक्सप्रेस की टक्कर कालिंदी एक्सप्रेस से हुई थी, इस हादसे में 250 लोगों की की मौत हुई थी और 250 घायल हुए थे.
16 अप्रैल 1989 को ललितपुर के नजदीक कर्नाटक एक्सप्रेस पटरी से उतरने के चलते हादसे का शिकार हो गई थी, इस हादसे में 75 की जान गई थी.
18 अप्रैल 1996 को गोरखपुर-गोंडा पैसेंजर ट्रेन की डोमिनगढ़ के पास मालगाड़ी से टक्कर में 60 लोग मारे गए थे. 13 जून 1985 को आगरा में रेल हादसे में 38 की मौत हुई थी.
गोरखपुर में 1 अक्टूबर को नंदानगर क्रॉसिंग पर लखनऊ-बरौनी और कृषक एक्सप्रेस की भिड़ंत हो गई , जिसमें 14 लोगों की मौत हुई थी.
2012 में हावड़ा-देहरादून ट्रेन जौनपुर के पास बेपटरी हो गई, इस हादसे में 7 लोगों की जान चली गई थी.
20 मार्च 2012 को हाथरस में एक वैन रेलवे क्रॉसिंग पार करते समय ट्रेन से टकरा गई, जिसमें 15 लोगों की मौत हुई थी.
साल 2011 में एटा में एक मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर एक बस ट्रेन से टक्करा गई. इस घटना में तकरीबन 38 लोगों की मौत हो गई थी.
मथुरा में साल 2009 में गोवा एक्सप्रेस का इंजन मेवाड़ एक्सप्रेस से जा टकराया. इस घटना में करीब 22 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 20 से ज्यादा घायल हुए थे.
साल 2002 में कासगंज एक्सप्रेस रेलवे क्रॉसिंग पर एक बस से टकरा गई थी. इस दर्दनाक हादसे में 34 लोगों की जान चली गई थी.
गोरखपुर में 1997 में बड़ा हादसा हुआ था, जब 60 लोग काल के गाल में समा गए थे.