वैसे तो सीएम योगी दीपावली के दिन की शुरुआत अयोध्या से करते हैं, लेकिन इसक बाद वह गोरखपुर के वनटांगियां गांव पहुंचते हैं.
सीएम योगी पिछले 15 साल से वनटांगिया गांव के लोगों के साथ दिवाली मनाते चले आ रहे हैं. इस बार भी वनटांगियां गांव में सीएम योगी के आगमन को लेकर तैयारियां की जा रही हैं.
जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी इस बार भी दिवाली मनाने गोरखपुर के कुसम्ही के जंगलों के बीच स्थित वनटांगियां गांव तिकोनिया नंबर 3 पहुंच सकते हैं.
सीएम योगी के आगमन को लेकर यहां के लोगों को बेसब्री से इंतजार है. इस गांव के बड़े-बुजुर्गों को बाबा का इंतजार रहता है तो बच्चों को टॉफी वाले बाबा का इंतजार रहता है.
गांव वालों का अधिकार इतना है कि बुजुर्ग भी बच्चों की तरह जिद करते हैं कि दिपावली के दिन पहला दिया तो बाबा ही जलायेंगे नहीं तो हम लोग दिपावली नहीं मनायेंगे.
गांव वालों के प्यार इतना है कि इस गांव पर सीएम योगी की खास नजर रहती है. सीएम योगी यहां साल 2009 से आ रहे हैं.
साल 2017 के पहले यहां पर छोटे-छोटे मकान हुआ करते थे. चार फिट से अधिक ऊंचा मकान नहीं बना सकते थे. साथ ही पक्का मकान नहीं बना सकते थे.
लोगों का कहना है कि पहले यहां पक्का घर बनाते थे तो वन विभाग और पुलिस के लोग परेशान करते थे. ऐसे में वह कच्चे और चार फीट ऊंचे मकान में ही रहने को मजबूर रहते थे. अब हालात बदल गए हैं.
गांव की महिलाएं सीएम योगी के आने का इंतजार कर रही हैं. उनके आने पर कौन से गीत से उनका स्वागत किया जायेगा, इसकी भी तैयारी कर रही हैं.
महिलाओं का कहना है कि सीएम योगी ने हमारे गांव की तस्वीर बदल कर रख दी है. साल 2017 से पहले हमारी जिन्दगी किसी तरह से चल रही थी और आज हम सामन्य गांव से भी अच्छी जिन्दगी जी रहे हैं. गांव में हर सुविधा उपलब्ध है.
सीएम योगी ने वनटांगिया गांवों को आवास, सड़क, बिजली, पानी, स्कूल, स्ट्रीट लाइट, आंगनबाड़ी केंद्र और आरओ वाटर मशीन जैसी सुविधाएं प्रदान कीं.
वनटांगिया गांवों में आज सभी के पास अपना सीएम योजना का पक्का आवास, कृषि योग्य भूमि, आधारकार्ड, राशनकार्ड, रसोई गैस है. बच्चे स्कूलों में पढ़ रहे हैं, पात्रों को वृद्धा, विधवा, दिव्यांग आदि पेंशन योजनाओं का लाभ मिल रहा है.