Chyawanprash In Winters: सर्दियों के मौसम के आते ही घर में ये बात हर कोई कहने लगता है कि च्यवनप्राश सभी को खाना चाहिए. बचपन से ही बच्चे ये बात बात माता-पिता और दादा-दादी से सुनते आए हैं. दरअसल, च्यवनप्राश में कई जड़ी बूटियां होती हैं जो हमारे शरीर को गर्म और इम्युनिटी को बढ़ाने का काम करती हैं. इससे वायरल इन्फेक्शन से लड़ने में शरीर को मदद मिलती है,लेकिन क्या आपको च्यवनप्राश खाने का सही तरीका पता है? इसे कब, किस तरह खाना चाहिए क्या इसकी जानकारी आपको है?
च्यवनप्राश को पर्याप्त मात्रा में ही खाना चाहिए. अगर आप अधिक मात्रा में इसका सेवन करते हैं तो आपको पेट फूलना, लूज मोशन, आदि हो सकता है. एक व्यस्क रोजाना 1 चम्मच च्यवनप्राश सुबह-शाम गुनगुने पानी या दूध के साथ ले सकता है. अगर बच्चों को आप च्यवनप्राश दे रहे हैं तो उन्हें आधा चम्मच च्यवनप्राश सुबह-शाम देना चाहिए.
अगर घर परिवार में अस्थमा या सांस के मरीज हैं तो उन्हें च्यवनप्राश दूध या दही के साथ नहीं खाना चाहिए. जिन्हें ब्लड शुगर की समस्या है उन्हें भी डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए. अगर आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल है तो आप हर दिन 3 ग्राम च्यवनप्राश का सेवन कर सकते हैं.
चवनप्राश शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने का काम करता है जो ठंड के मौसम में वायरल इन्फेक्शन से बचाता है. यह विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. जो हमारी सेहत को अच्छा रखता है. च्यवनप्राश का सेवन प्रजनन क्षमता को भी बढ़ाता है. यह पुरुषों और महिलाओं, दोनों के लिए फायदेमंद है.
अगर आपके बाल सफेद हो रहे हैं, तो च्यवनप्राश खाना आपके लिए एक बेहतरीन उपाय हो सकता है. रोजाना च्यवनप्राश खाना आपके सफेद होते बालों को भी काला करने की क्षमता रखता है. इससे नाखून भी मजबूत होते हैं.
महिलाओं के लिए भी च्यवनप्राश खाना बहुत लाभकारी है. अगर माहवारी नियमित नहीं हो रही हो, तो नियमित च्यवनप्राश का सेवन आपको मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं से दूर रखता है.
यह शरीर के आंतरिक अंगों की सफाई तक हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है. इसके अलावा यह रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित रखने में मददगार है.
सर्दी, खांसी, फ्लू और कफ हो जाने पर च्यवनप्राश खाना फायदेमंद होता है. सर्दी में प्रतिदिन सुबह और शाम के समय च्यवनप्राश खाने से सर्दी से पैदा होने वाली बीमारियां नहीं होती है.