UP Politics: अखिलेश की राह पर राहुल, संभल में मारे गए लोगों के परिजनों से दिल्ली में मिले, यूपी में नई राजनीति का संकेत
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UP Politics: अखिलेश की राह पर राहुल, संभल में मारे गए लोगों के परिजनों से दिल्ली में मिले, यूपी में नई राजनीति का संकेत

Sambhal News: उत्तर प्रदेश में नई राजनीतिक सुगबुगाहट तेज हो गई है. दो मुस्लिम सांसद वाली कांग्रेस को संभल हिंसा में जान गंवाने परिजनों की याद आई है. राहुल गांधी खुद दिल्ली में उन परिवारों से मिले हैं. 

Rahul Gandhi

Rahul Gandhi News in Hindi: कांग्रेस ने भी संभल हिंसा पर सपा की राह पकड़ ली है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सांसद प्रियंका गांधी मंगलवार को संभल हिंसा में मारे गए युवकों के परिजनों से दिल्ली में मिले. स्थानीय कांग्रेस नेता इन परिवारों को लेकर दिल्ली पहुंचे थे. सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद ने इसकी जानकारी दी. मसूद ने बताया कि संभल हिंसा के पीड़ित परिवारों ने दस जनपथ पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से मुलाकात की. प्रियंका गांधी वाड्रा भी इस बैठक में मौजूद थीं. राहुल ने इन परिवारों को भरोसा दिलाया कि अगर कोई संकट आता है तो वो परिवारों के साथ दिखाई देंगे.

इससे पहले भी चार दिसंबर को प्रियंका और राहुल निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद संभल के लिए रवाना हुए थे. लेकिन गाजियाबाद से उन्हें पुलिस ने रोककर वापस भेज दिया. करीब तीन घंटे तक यूपी बॉर्डर पर राहुल और कांग्रेस कार्यकर्ता डटे रहे थे. बाद में उन्हें लौटना ही पड़ा. चंदौसी कोर्ट के आदेश बाद संभल जामा मस्जिद में सर्वे कराया गया था. सर्वे के आखिरी दिन रविवार को अफवाहों के बाद वहां पत्थरबाजी शुरू हो गई थी. इस दौरान गोली लगने से चार युवकों की मौत हो गई थी. 

संभल पर राहुल गांधी की पीड़ितों से मुलाकात 2027 के पहले करवट ले रही यूपी की राजनीति के बड़े संकेत भी दे रही है. मुरादाबाद, सहारनपुर जैसे मुस्लिम बहुल जिलों में सांसद वाली कांग्रेस यह संदेश कतई नहीं देना चाहती कि वो ऐसे वक्त मुस्लिम समुदाय के साथ नहीं खड़ी है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर निर्णायक मुस्लिम मतदाताओं की अहमियत पार्टी जानती है. लोकसभा चुनाव के नतीजों से पार्टी को जो बढ़त मिली है, वो किसी भी हाल में गंवाना नहीं चाहती. अमरोहा से कांग्रेस सांसद दानिश अली और सहारनपुर से इमरान मसूद की जीत से पार्टी वापस अपने वोटबैंक को एक-एक करके जोड़ना चाहती है. 

इससे पहले संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को 5-5 लाख की मदद दी थी. सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने तो इन लोगों को शहीदों का दर्जा तक दे दिया था. अखिलेश खुद दावा कर चुके हैं कि हिंसा में लोग पुलिस की गोली से मारे गए. ये लोग बाजार में खरीदारी करने निकले थे. 

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