Bijli Ka Bill: प्रदेश के 3.28 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को सहज और आसान तरीके से सुविधाएं मुहैया कराने की कड़ी में ट्रस्ट बिलिंग व्यवस्था की जा रही है. इसके तहत घर बैठे ही स्वयं का बिल उपभोक्ता बना सकते हैं.
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लखनऊ: बिजली उपभोक्ताओं को बिलिंग से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए ऊर्जा विभाग की ओर से कदम उठाया गया है. इस सिलसिले में विभाग ने ''ट्रस्ट बिलिंग'' की पहल करते हुए एक व्यवस्था की शुरुआत की जा रही है. इसके तहत घर बैठे ही उपभोक्ता अपना बिजली बिल तैयार कर पाएंगे और वक्त पर जमा भी करा पाएंगे.
सेल्फ बिल जेनरेशन की इस प्रक्रिया से कई परेशानियां अपने आप दूर होने लगेंगी, जैसे कि वक्त पर बिल न मिलने, गलत रीडिंग हो जाने और गलत बिलिंग आदि समस्याओं का समाधान हाथोंहाथ निकाला जा सकेगा. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने हाल ही में ''ट्रस्ट बिलिंग'' की शुरुआत के साथ ही कंज्यूमर ऐप भी लॉन्च कर दिया है. ये सब कुछ ऊर्जा मंत्री ने रविवार को जल निगम के फील्ड हॉस्टल में किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 3.28 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को सहज व आसानी से सुविधाएं उपलब्ध कराने की कड़ी में इस "ट्रस्ट बिलिंग" व्यवस्था को शुरू किया जा रहा है.
इसको अपनाने के बाद घर बैठे अपना बिल उपभोक्ता बना पाएंगे. घरेलू व वाणिज्यिक श्रेणी के नौ किलोवाट भार तक के कस्टमर को ट्रस्ट बिलिंग की सुविधा दी जाएगी. विभागीय वेबसाइट या कंज्यूमर ऐप पर महीने में केवल एक बार मीटर रीडिंग दर्ज कर सकेंगे.
कैसे उठाएं सुविधा का लाभ
यूपीपीसीएल की वेबसाइट (www.uppcl.org) या www.upenergy.in पर लॉगइन करें.
वेबसाइट के कंज्यूमर कार्नर में जाए और "सेल्फ बिल जनरेशन" (Self Bill Generation) लॉगइन कर रजिस्टर्ड करें.
अपने विद्युत कनेक्शन के अकाउंट संबंधी डीटेल भरें और मौजूदा मीटर रीडिंग व पिछले महीने की डिमांड रीडिंग को भरें.
अन्य विकल्प- एपल एप स्टोर या गूगल प्ले स्टोर से यूपीपीसीएल के मोबाईल कंज्यूमर ऐप (UPPCL Consumer APP) को डाउनलोड कर लॉगइन करें
24 से 48 घंटे में बिजली बिल
किसी भी विकल्प को चुन सकते हैं, इसकी प्रक्रिया पूरी करने के 24 से 48 घंटे में बिजली बिल जारी हो जाएगा.
48 घंटे बाद भी बिल जारी नही हुआ तो संबंधित एसडीओ और अधिशासी अभियंता से संपर्क करें.
यूपीपीसीएल के हेल्पलाइन नंबर 1912 पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
रजिस्टर्ड ई-मेल या मोबाइल नंबर पर एसएमएस से बिल की पूरी जानकारी दी जाएगी.
यूपी पावर कारपोरेशन की वेबसाइट या एप से भी बिल डाउनलोड कर सकते हैं.
गलत मीटर रीडिंग पर जुर्माना
विभाग द्वारा उपभोक्ता के परिसर में कभी कभी जाकर मीटर की सही रीडिंग को जांचा जाएगा, कुछ इस तरह ट्रस्ट बिलिंग की वास्तविकता की जांच की जाएगी. पोर्टल पर दर्ज कराए गई मीटर रीडिंग व वास्तविक मीटर रीडिंग में अगर गैप हुआ तो बिल का डेढ़ गुना एक्स्ट्रा एनर्जी चार्ज वसूला जाएगा.
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