वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की सबसे तेज़ हाई स्पीड ट्रेन है. यह ट्रेन 771 किलोमीटर की दूरी महज़ 8 घंटों में तय करती है. यूपी को विकास के पंख लग गए है. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन रामनगरी अय़ोध्या से लेकर उत्तराखंड तक जाती है.
उत्तर प्रदेश विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है. यूपी में ट्रेन के पहियों में विकास के पंख लग गए हैं. उत्तर प्रदेश को साल 2024 में आठ ट्रेनों की सौगात मिली. वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की सबसे तेज़ हाई स्पीड ट्रेन है. यह ट्रेन 771 किलोमीटर की दूरी महज़ 8 घंटों में तय करती है.अलीगढ़, मेरठ हो या देहरादून इसमें सफर करने वाले इसकी स्पीड और सुविधाएं देखकर खुश हो जाते हैं. इस एक्सप्रेस ट्रेन के चलने से कई राज्यों को फायदा हो रहा है. रेलवे का राजस्व भी बढ़ रहा है.सबसे बड़ी बात यात्रियों को इसका सफर भा रहा है.
नई दिल्ली से प्रयागराज के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस (22416) चलती है. यह ट्रेन सोमवार से रविवार तक चलती है. यह ट्रेन नई दिल्ली से सुबह 15 बजे चलती है और प्रयागराज शाम 9:11 बजे पहुंचती है. यह ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रात 11 बजे पहुंचती है.
दून-लखनऊ के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन 12 मार्च 2024 को शुरू हुआ था. सोमवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलने वाली यह ट्रेन महज आठ घंटे 20 मिनट में देहरादून और लखनऊ के बीच का सफर तय करती है.कितनी दूरी- 545 किलोमीटर है. चेयरकार का किराया 1540 रुपये, एग्जीक्यूटिव कार का किराया 2764 रुपये है.
यह ट्रेन वाराणसी और नई दिल्ली के बीच चलती है, जो उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से होकर गुजरती है. पहली वंदे भारत ट्रेन 18 फरवरी 2019 को लॉन्च की गई थी, जो वाराणसी से नई दिल्ली के बीच चलती है. यह ट्रेन वाराणसी से 3 बजे छूटती है और रात 11 बजे नई दिल्ली पहुंचती है. चेयरकार का किराया 1750 रुपये और एग्जीक्यूटिव कार का 3305 रुपये है.
यह ट्रेन आगरा और नई दिल्ली के बीच चलती है, जो उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से होकर गुजरती है. यह ट्रेन आगरा पहुंचने में 1 घंटा 36 मिनट का समय लेती है. नई दिल्ली से आगरा के बीच ट्रेनों द्वारा लिया गया औसत समय 1 घंटे 40 मिनट है. वहीं, आगरा से वाराणसी के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस भी चलती है. यह ट्रेन सुबह 6 बजे कैंट स्टेशन से चलकर दोपहर 1 बजे वाराणसी पहुंचती है. वहीं, वाराणसी से दोपहर 3.20 बजे चलकर रात 10.20 बजे कैंट पहुंचती है. आगरा से गुज़रने वाली पहली वंदे भारत ट्रेन 1 अप्रैल, 2023 को चली थी. इस ट्रेन का नियमित संचालन 3 अप्रैल से शुरू हुआ था
यह ट्रेन लखनऊ और नई दिल्ली के बीच चलती है, जो उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले से होकर गुजरती है.वंदे भारत एक्सप्रेस में एसी चेयर कार और एग्ज़ीक्यूटिव क्लास की सुविधा है. ट्रेन में कैटरिंग की सुविधा है. ट्रेन के दरवाज़े पूरी तरह ऑटोमैटिक हैं. लखनऊ से आनंद विहार के लिए वंदे भारत चेयरकार का किराया 1,410 रुपये,एग्ज़ीक्यूटिव क्लास का किराया 2,595 रुपये है.
यह ट्रेन आनंद विहार टर्मिनल और अयोध्या कैंटोनमेंट के बीच चलती है, जो उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले से होकर गुजरती है.आनंद विहार टर्मिनल -अयोध्या छावनी वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की 36वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है , जो राजधानी नई दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल को उत्तर प्रदेश के कोसल के देवता राम की जन्मस्थली अयोध्या से जोड़ती है. इस एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन 30 दिसंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या धाम जंक्शन से किया गया.
यह ट्रेन मेरठ और लखनऊ के बीच चलती है, जो उत्तर प्रदेश के मेरठ और लखनऊ जिलों से होकर गुजरती है. वंदे भारत एक्सप्रेस सप्ताह के छह दिन चलती है. यह ट्रेन मेरठ सिटी जंक्शन से सुबह 6:35 बजे चलती है और लखनऊ जंक्शन पर दोपहर 1:45 बजे पहुंचती है. मुरादाबाद और बरेली में ये ट्रेन रुकती है. मेरठ से लखनऊ के बीच चेयर कार का किराया 1,355 रुपये है. एग्ज़ीक्यूटिव चेयर कार का किराया 2,415 रुपये है. ट्रेन में नाश्ता, दोपहर का भोजन, चाय, और रात का खाना मिलता है. ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाज़े और एसी कोच हैं. मेरठ से वाराणसी तक विस्तार होना है.
वाराणसी से झारखंड के देवघर के लिए वंदे भारत ट्रेन है. वंदे भारत ट्रेन का नंबर 22500 है.यह ट्रेन वाराणसी से सुबह 6:20 बजे चलती है और देवघर शाम 1:40 बजे पहुंचती है. यह ट्रेन मंगलवार को नहीं चलती, बाकी सभी दिनों में चलती है.चेयर कार श्रेणी का किराया 1,355 रुपये और एग्ज़ीक्यूटिव श्रेणी का किराया 2,415 रुपये है.यह ट्रेन पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, सासाराम, गया, नवादा, किउल, और जसीडीह स्टेशनों पर रुकती है. यह ट्रेन वाराणसी और देवघर के बीच 457 किलोमीटर की दूरी तय करती है. इस ट्रेन से बाबा विश्वनाथ और बाबा वैद्यनाथ धाम के बीच की दूरी कम हो गई है. इन ट्रेनों के अलावा, उत्तर प्रदेश में कई अन्य वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें भी चल रही हैं जो विभिन्न शहरों को जोड़ती हैं.
देश में 2025 के अंत तक 278 वंदे भारत ट्रेन तैयार हो जाएंगी. वहीं 2027 तक सभी 478 वंदे भारत ट्रेन बन कर तैयार होंगी. देश की शुरुआती 78 वन्दे भारत ट्रेनों को रेलवे की ICF चेन्नई और प्राइवेट कम्पनी मेधा एक साथ मिल कर बना रही है. इसके अलावा 400 वंदे भारत ट्रेन और बननी हैं. इनको प्राइवेट कंपनियां बनाएंगी.
भारतीय रेलवे अगले साल यात्रियों को बड़ा तोहफा देने की तैयारी में है. साल 2025 में 10 नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों की शुरुआत की जा सकती है. इन ट्रेनों के शुरू होने के बाद लंबा सफर करने वालों को काफी आराम मिलेगा.