मथुरा से हेमा मालिनी का पत्ता कटेगा, देवरिया से शलभमणि त्रिपाठी को टिकट संभव, लोकसभा चुनाव पर बीजेपी सूत्रों के बड़े संकेत
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मथुरा से हेमा मालिनी का पत्ता कटेगा, देवरिया से शलभमणि त्रिपाठी को टिकट संभव, लोकसभा चुनाव पर बीजेपी सूत्रों के बड़े संकेत

UP BJP Loksabha Election: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सांसदों को कई मानकों पर परखा जा रहा है... ऐसे में यूपी भाजपा के कई सांसदों के लिए संकेत सुखद नहीं हैं...कुछ मौजूदा सांसद के टिकट कट सकते हैं तो कुछ को मौका मिल सकता है....

Lok Sabha Election 2024 UP BJP Candidates

UP Politics: भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party)  लोकसभा चुनाव 2024 में जुट गई है. इस बार बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए लगातार पार्टी महाजनसंपर्क अभियान चला रही है. मिशन को पूरा करने के लिए बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व प्रदेश में पार्टी के मौजूदा सांसदों में से 30 फीसदी तक प्रत्याशी बदल सकता है.  यानी बीजेपी 30% सांसदों के टिकट काट सकती है.

भाजपा की 80 सीट जीतने की प्लानिंग
सूत्रों के हवाले से खबर है कि 75 साल से अधिक उम्र के सांसदों को भी झटका लग सकता है. BJP चुनाव के लिए पहले ही 75 वर्ष की उम्र सीमा तय कर चुकी है. ऐसे में इस बार उन्हों टिकट मिलने पर संशय बना हुआ है. योगी सरकार के कुछ मंत्री भी चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. वहीं कुछ विधायकों को टिकट मिल सकता है तो कुछ का कट सकता है. बीजेपी की यूपी की सभी 80 सीट जीतने की प्लानिंग है. उधर, योगी सरकार के कुछ मंत्रियों और पार्टी के विधायकों को भी चुनाव लड़ाया जा सकता है.

मिल सकते हैं कई मौजूदा विधायकों के टिकट
भाजपा कई मंत्रियों को भी लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है.  इसके अलावा बीजेपी कई मौजूदा विधायकों को भी टिकट दे सकती है. हेमा मालिनी की जगह श्रीकांत शर्मा हैं चुनाव लड़ सकते हैं. धौरहरा सीट से जितिन प्रसाद, देवरिया सीट से शलभमणि त्रिपाठी, कानपुर से दिनेश शर्मा, राकेश सचान अकबरपुर या फतेहपुर से चुनाव लड़ाए जा सकते हैं. वहीं बाराबंकी सीट से प्रियंका रावत को टिकट लमिल सकता है. इसके अलावा भी भाजपा कई सांसदों की सीट बदल सकती है.

बीजेपी की नजर इस बार उन सीटों पर भी रहेगी जिन पर पार्टी 2014 और 2019 में नहीं जीत पाई थी. इन सीटों के लिए पार्टी ने अलग रणनीति तैयार की है. यहां पर संगठन को मजबूत कराने का काम किया जा रहा है. इसके अलावा जातिगण समीकरण को लेकर भी पार्टी लगातार एक्टिव है. 

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