Afzal Ansari: जिस अफजाल अंसारी के खिलाफ मुलायम से भिड़े थे अखिलेश, उसी को गाजीपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2118274

Afzal Ansari: जिस अफजाल अंसारी के खिलाफ मुलायम से भिड़े थे अखिलेश, उसी को गाजीपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया

Samajwadi Party Candidate list 2024: समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने गाजीपुर लोकसभा सीट से अफजाल अंसारी को उम्मीदवार बनाया है, जो माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के भाई हैं. 

Afzal Ansari Akhilesh Yadav

Samajwadi Party Candidate list 2024: समाजवादी पार्टी ने सोमवार को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की. इसमें गाजीपुर लोकसभा सीट से माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को लोकसभा प्रत्याशी बनाया गया है. दिलचस्प बात है कि ये वही अफजाल अंसारी हैं, जिनकी आपराधिक छवि को लेकर अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव से ही भिड़ गए थे. 

मालूम हो कि नवंबर 2016 में समाजवादी पार्टी के मजबूत किले गाजीपुर में सपा की रैली थी. इस रैली में अंसारी बंधुओं की राजनीतिक पार्टी कौमी एकता दल का भी सहयोग था. कौमी एकता दल सपा में अपना विलय करना चाहता था. 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुलायम सिंह यादव भी ऐसा चाह रहे थे. हालांकि तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने इसका तीखा विरोध किया. उन्होंने साफ तौर पर संदेश दिया कि वो आपराधिक छवि वाले लोगों को अपनी पार्टी में प्राथमिकता नहीं देना चाहते. सीएम अखिलेश यादव ने तब उस रैली से किनारा कर लिया था. दरअसल, गाजीपुर में 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा को जिले की 6 में से पांच सीटें मिली थीं.  एक विधानसभा सीट पर कौमी एकता दल के के सिगबतुल्ला अंसारी जीते थे.  सिगबतुल्ला भी मुख्तार अंसारी के भाई थे. 

पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी के परिवार की नजदीकियां अखिलेश यादव से जनवरी में बढ़ने लगी थीं. अखिलेश यादव अफजाल अंसारी की बेटी की शादी के समारोह में शामिल हुए थे. विवाह समारोह में  पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव और पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी भी अखिलेश यादव के साथ मौजूद थे. लखनऊ के एक होटल में अफजाल की बेटी का निकाह हुआ था. 

कौमी एकता दल का जब सपा में विलय होना था तो सीएम अखिलेश यादव ने तीखा विरोध जताया था. उन्होंने विलय में अहम भूमिका निभाने वाले पार्टी के मंत्री बलराम यादव को बर्खास्त कर दिया था.  सपा की केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में भी इस मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ था. इसमें विलय के प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया गया था. हालांकि तत्कालीन सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने विलय पर मुहर लगाई.

तब अफजाल अंसारी और सिगबतुल्ला ने मुलायम को गाजीपुर रैली में बुलाया था. हालांकि विलय से नाराज अखिलेश ने इस रैली से दूरी बनाई. वो अंसारी बंधुओं के साथ खड़े होते नहीं दिखना चाहते थे. मुलायम चुनावी रैली में शामिल होने गाजीपुर पहुंचे लेकिन अखिलेश दिल्ली में जमे रहे.

समाजवादी पार्टी की दूसरी लिस्ट में 11 नाम हैं. इनमें गाजीपुर से अफजाल अंसारी के अलावा मुजफ्फरनगर से हरेंद्र मलिक का नाम शामिल है.  मोहनलाल गंज से राजकुमार चौधरी और बहराइच से रमेश गौतम मैदान में होंगे. आंवला से नीरज मौर्य और शाहजहांपुर से राकेश कश्यप प्रत्याशी बनाए गए हैं. हरदोई से ऊषा वर्मा, मिश्रिख से रामपाल राजवंशी और  प्रतापगढ़ से डॉक्टर एसपी सिंह पटेल चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं.

और पढ़ें---

SP Lok Sabha Candidate LIST: सपा ने 11 लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, गाजीपुर से गोंडा तक बांटे टिकट​

Samajwadi Party List: कौन हैं श्रेया वर्मा, गोंडा लोकसभा सीट से सपा ने दिग्गज नेता की पोती को लोकसभा चुनाव में उतारा

 

 

Trending news