स्वामी और परिवारवादी PDA के खिलाफ बीजेपी ने खोला मोर्चा, निशाने पर अखिलेश
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स्वामी और परिवारवादी PDA के खिलाफ बीजेपी ने खोला मोर्चा, निशाने पर अखिलेश

BJP Targets Swami Prasad Maurya and Akhilesh Yadav: परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य हिंदू देवी-देवताओं पर जो टिप्पणी कर रहे हैं, वह सपा के प्रवक्ता के रूप में कर रहे हैं. 

BJP Targets Swami Prasad Maurya and Akhilesh Yadav

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दे दिया है. इस बार उन्होंने विधान परिषद में अयोध्या में हुए रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा, "क्या राम निर्जीव हो गए थे, जो प्राण प्रतिष्ठा की जरूरत पड़ी. जो पहले से जीवित है, उसमें प्राण प्रतिष्ठा की क्या जरूरत थी." उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सवर्ण हिंदू ओबीसी, एससी और एसटी का आरक्षण खा रहा है. अब उनके इस बयान पर बीजेपी ने उन्हें आड़े हाथों ले लिया है. 

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य हिंदू देवी-देवताओं पर जो टिप्पणी कर रहे हैं, वह सपा के प्रवक्ता के रूप में कर रहे हैं. अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी इस पर कुछ नहीं बोल रही है क्योंकि वही बुलवा रहे हैं. अखिलेश यादव खुद स्वामी प्रसाद मौर्य से ऐसे बयान दिलवा रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष के सवा घंटे के भाषण में राम मंदिर पर कुछ नहीं बोला गया. अखिलेश यादव को डर लग रहा है कि राम मंदिर पर बोलने से उनका वोट खिसक जाएगा. 

परिवहन मंत्री ने आगे अखिलेश यादव के PDA (पीड़ित, दलित, अल्पसंख्यक) के नारे पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि सपा के पीडीए का मतलब परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है. धर्मेंद्र यादव, अखिलेश यादव शिवपाल, तेजपाल, धर्मेंद्र यादव, रामगोपाल यादव यह सब पीडीए की बात करते हैं. जबकि असली पीडीए संजय निषाद, आशीष पटेल, ओपी राजभर, दारा सिंह चौहान हमारे साथ हैं. 

दोनों डिप्टी सीएम ने भी साधा निशाना 
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का इस प्रकार का वक्तव्य देना बहुत ही दुखद है. आज दुनिया राम मंदिर से खुश है. सभी मंदिरों में धूमधाम से पूजा हुई. ऐसे अवसर पर ऐसी बयानबाजी करने वालों को ईश्वर माफ नहीं करेगा. वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आज राममय माहौल है. समाजवादी पार्टी 2024 में समाप्तवादी पार्टी बनने वाली है. सपा में कोई भी कुछ बोलता है बिना अखिलेश यादव के आदेश नहीं बोलता है. मैं किसी भी प्रकार के बयान के लिए अखिलेश यादव को जिम्मेदार मानता हूं. अगर अखिलेश यादव सहमत नहीं है तो कार्यवाही करें. अगर कार्यवाही नहीं कर रहे हैं तो जहरीले बयानों के जिम्मेदार अखिलेश यादव हैं. जनता की अदालत में स्वामी प्रसाद मौर्य पर कार्यवाही हो जाएगी. 

 

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