Mahakumbh Peethadhishwar Rambhadracharya Camp: महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु साधु-संत संगम पहुंचे हैं. पौष पूर्णिमा स्नान के साथ इसका आगाज हो गया है, आइए जानते हैं यहां तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य का शिविर कहां लगा है.
Trending Photos
Mahakumbh 2025: मकर संक्रांति पर महाकुंभ में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा है. अमृत स्नान के लिए देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु संगम पहुंचे हैं. ब्रह्म मुहूर्त में ही लोगों ने पतित पावनी गंगा और संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाई. महाकुंभ में कई बड़े साधु-संत पहुंचे हैं. तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य का शिविर भी महाकुंभ में लगा है.
कहां लगा स्वामी रामभद्राचार्य का शिविर?
तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य का शिविर महाकुंभ नगर के सेक्टर 6 (नागवासुकि मंदिर के पास) लगा है. स्वामी रामभद्राचार्य के शिविर का मुख्य द्वार श्री राम मंदिर के मुख्य द्वार की तर्ज पर बनाया गया है. इसका नजारा देखने लायक बनता है. बताया जा रहा है कि शिविर के भव्य निर्माण के लिए कोलकाता से कारीगर आए थे.
रामभद्राचार्य का जन्मदिन आज
14 जनवरी यानी आज उनका जन्मदिन भी है. जिसको मनाने को लेकर भक्त तैयारी कर रहे हैं. इसके अलावा उनके शिविर में बॉलीवुड के दिग्गज कलाकारों, सिंगर्स के साथ भोजपुरी कलाकारों का भी मेला लगेगा. इसमें संजय दत्त से लेकर हेमा मालिनी और कंगना रनौत शामिल हैं. 14 जनवरी को हेमा मालिनी शक्ति पूजा नाट्यनृत्य और मालिनी अवस्थी बधाई गीत प्रस्तुत करेंगी. इसके बाद 15 जनवरी को जुबिन नौटियाल का भी प्रोग्राम है.
जुटेंगे ये दिग्गज सितारे
जानकारी के मुताबिक 21 जनवरी को भोजपुरी सिंगर और सांसद मनोज तिवारी के साथ भजन गायक कन्हैया मित्तल की गीत संध्या होगी. इसके बाद 23 जनवरी को कंगना रनौत प्रस्तुति से समां बांधेंगी. इसके बाद 24 जनवरी को अक्षरा सिंह का प्रोग्राम है. इसके अलावा सिंगर मनोज मुंतशिर, नीति मोहन, उदित नारायण, सोनू निगम, मीका सिंह, कैलाश खेर के यहां पहुंचने की खबर है.
पीओके को मुक्त कराने अनुष्ठान
तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य के शिविर में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को मुक्त करवाने के लिए अनुष्ठान की तैयारी है. शिविर शिविर में 250 हवन कुंड बनाए गए हैं. महाकुंभ मेले के दौरान 1008 बार यज्ञ होगा. इसमें पीओके की मुक्ति के लिए आहुतियां डाली जाएंगी.
कौन हैं स्वामी रामभद्राचार्य
स्वामी रामभद्राचार्य का नाम गिरिधर मिश्र है. मकर संक्रांति के दिन 14 जनवरी 1950 को उनका जन्म जौनपुर के सांडीखुर्द में हुआ था. उनके पिता का नाम पंडित राजदेव मिश्र और मां का नाम शची देवी मिश्र है. वो रामानंदी संप्रदाय से हैं. उनके गुरु पंडित ईश्वर दास महाराज (धर्म मंत्रोच्चार), राम प्रसाद त्रिपाठी संस्कृत और राम चरण दास रहे. उन्हें पद्म विभूषण और साहित्य अकादमी समेत कई पुरस्कार मिल चुके हैं. गंभीर बीमारी की वजह से उन्होंने दो महीने की उम्र में ही आंखों की रोशनी खो दी थी.
यह भी पढ़ें - जौनपुर के गिरिधर मिश्रा कैसे बने रामभद्राचार्य, कैसे खोई आंखों की रोशनी, फिर 22 भाषाओं के प्रकांड पंडित बने
यह भी पढ़ें - Prayagraj Weather: मकर संक्रांति पर मसूरी से भी ठंडा प्रयागराज, बर्फीली हवाओं में भी महाकुंभ स्नान को उमड़े लाखों श्रद्धालु